नयी दिल्ली : राज्यसभा में आज बसपा प्रमुख मायावती और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के बीच तकरार हुई और मायावती ने कहा कि वह रोहित वेमुला की आत्महत्या के संबंध में मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला से जुड़े मुद्दे पर स्मृति और माकपा नेता स्मृति ईरानी के बीच भी तकरार हुयी। इसी मुद्दे पर ईरानी और माकपा नेता सीताराम येचुरी के बीच भी तकरार हुई। मायावती ने स्मृति ईरानी पर विशेष रूप से हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके इस सवाल का अब तक जवाब नहीं दिया है कि इस घटना की जांच के लिए गठित आयोग में कोई दलित सदस्य है या नहीं। बसपा नेता ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अशोक कुमार रूपनवाल को लेकर एक सदस्यीय न्यायिक आयोग नियुक्त किए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
मायावती ने कहा कि उन्होंने 24 फरवरी को ही यह सवाल उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस संबंध में सरकार के इरादे ठीक नहीं हैं और वह घटना के दोषी लोगो को बचाना चाहती है क्योंकि वे आरएसएस से जुड़े लोग हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एकल सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है और वह न्यायाधीश भी उच्च जाति से आते है । उन्होंने कहा कि कानूनों के अनुसार सरकार आयोग के सदस्यों की संख्या बढ़ा सकती है लेकिन उसने अब तक ऐसा नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे दलितों के प्रति भाजपा के इरादे स्पष्ट हो जाते हैं।