आगरा : दोस्तो मैं विमल कुमार आपको बताने जा रहा हु वर्षो पुरानी बात है जब मैं गायत्री पब्लिक स्कूल के घटिया आजम खाँ वाली शाखा मे दूसरी क्लास मे पढ़ता था तो रास्ते मे वजीरपुरा पड़ता है जहां एक मीट की दुकान थी जिस पर एक टीन सेट पड़ी थी और अंदर एक पेड़ का कटा हुआ मोटा टुकड़ा पड़ा रहता था जिस पर मीट की काट-छाट की जाती थी| दुकान पर 5-6 मृत बकरे टंगे रहते थे और उस पर तमाम मक्खी मच्छर लगे रहते थे| वो दुकानदार बिना लाइसेन्स के सड़ा-गला मीट बेचता था परंतु उसे कोई रोकने वाला नहीं था उसस समय कल्याण सिंह की सरकार थी तब भी सरकार नकेल नहीं लगा सकी और आज योगी सरकार मे मीट की वो दुकान भी बंद है तो इसे अब आप योगी सरकार का खौफ कहे या कुछ और पर दुकान आज इतने वर्षो मे पहली बार बंद हुई है|
इधर मीट विक्रेताओ ने बाज़ार मे अवैध मीट विक्रेताओ पर सरकार की हो रही कारवाई पर असंतोष जताते हुए हड़ताल कर दी है और मॉल से ले कर होटल आदि मे भी मीट सप्लाई बंद कर दी है|