आगरा : ताजनगरी के सिकंदरा क्षेत्र मे गुरु का ताल से महज 50 मी० की दूरी पर एक भट्टी वो भी है जो पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के समय से जुड़ी हुई है| चाय विक्रेता श्रीपाल बताते है कि जब सन 1984 मे यहाँ हाइवे नहीं था और एक साइड ही रोड था तो रोड चौडीकरण के दौरान सभी दुकाने इन्दिरा गांधी ने तुड़वा दी थी और रोड किनारे बनी सभी भट्टियों को तोड़ दिया गया था तो हमारी दुकान का भी आगे का भाग उसमे टूट गया था परंतु पुराने समय की बेहद मजबूत भट्टी होने की वजह से ये न टूट सकी जो आज भी आप लोगो के बीच मौजूद है|
रोड चौडीकरण के कार्य प्रारम्भ होने के एक माह बाद 31 अक्तूबर 1984 को 66 वर्ष की उम्र मे जब इन्दिरा गांधी की हत्या की गयी थी तो उस दौरान शहर मे कर्फ्यू लगा हुआ था तो लोगो का घर से निकालना मुश्किल था फिर भी चाय के शौकिनों को जब चाय की हुड़क लगती थी तो वो चौरी-छुपे इस भट्टी की बनी चाय पीने आते थे|
आज जो लोग पुराने समय से यहाँ श्रीपाल की दुकान की चाय की चुसकियाँ लेने के शौकीन है वो नए युवाओ को इस बारे मे जानकारी दे कर भट्टी की महत्त्व्ता से परिचित कराते है|