आगरा: चौकिए नहीं ! ये हम सही कह रहे है और हम ये इसलिए कह रहे है क्योकि आगरा की पुलिस ने थाना ताजगंज क्षेत्र मे हुए 9 दिसंबर के एक मामले मे 2 नाबालिग युवतियो को छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया जिसमे एक मृतक को भी नामजद किया गया है| दस साल पहले मर चुके व्यक्ति को पुलिस ने छेड़छाड़ के मुकदमे में नामजद कर दिया। अब उनके परिजन मुकदमे पर सवाल खड़े कर रहे हैं। जब राधेलाल की मौत वर्ष 2007 में हो चुकी है तो भला वे कैसे छेड़छाड़ कर सकते हैं। शुक्रवार को वे एसएसपी से मिलकर इस मामले की शिकायत करेंगे।
क्या है मामला
ताजगंज के तुलसी का चबूतरा निवासी एक महिला ने 19 दिसंबर को ताजगंज थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया। उसका आरोप है कि नौ दिसंबर को उसकी दो नाबालिग बेटियां बाजार से लौट रहीं थी। तभी पड़ोस के राकेश, ईश्वरी प्रसाद, उनके बेटों के साथ पिता राधेलाल ने बेटियों से छेड़छाड़ कर दी। इसके बाद सभी ने घर आकर मारपीट भी की। थाने में शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, तो उन्होंने एसएसपी ऑफिस में मामले की शिकायत की। दिवस अधिकारी एसपी ट्रैफिक के आदेश पर ताजगंज थाने में राकेश, उनके भाई ईश्वरी प्रसाद, पप्पू, बेटे गौरव, सौरभ, पत्नी सुनीता, पिता राधेलाल समेत नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उन्होंने मामले की जांच कराने की मांग की है। शुक्रवार को वे एसएसपी अमित पाठक से मिलेंगे।
उधर, मुकदमे की वादी का कहना है कि उन्होंने स्वर्गीय राधेलाल का नाम राकेश के पिता के रूप में लिखा था। वे मुकदमे में नामजद कैसे हुए? इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। इंस्पेक्टर ताजगंज राजा सिंह का कहना है कि तहरीर के मुताबिक मुकदमे में नामजदगी की गई है। जांच में आरोपी सही प्रतीत नहीं हो रहे हैं। अगर, किसी मृतक की नामजदगी हुई है, तो उसको विवेचना में निकाल दिया जाएगा।