आगरा : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की लचर कार्यशैली का खामियाजा रुनकता के लोगों को उठाना पड़ रहा है। रुनकता अंडरपास के दोनों लेन पर हर दिन घंटों जाम लगता है। आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के तहत रुनकता पर अंडरपास और शहरी क्षेत्र में तीन फ्लाईओवर बने हैं। ढाई साल पूर्व एनएचएआइ ने रुनकता अंडरपास पर कार्य चालू किया था। 2017 तक अंडरपास बनना था, लेकिन छह माह से कार्य बंद है। लोगों द्वारा प्रदर्शन करने पर तीन से चार मजदूर एक से दो दिन काम करते दिखते हैं फिर गायब हो जाते हैं। निर्माण कार्य के चलते दोनों लेन संकरी हो गई हैं। इससे हर दिन जाम में लोग घंटों फंसे रहते हैं। हालत यह है कि आसपास के दुकानदार दुकानों तक ठीक तरीके से नहीं पहुंच सकते हैं।
सिकंदरा के सामने खोदाई शुरू
सोमवार से एनएचएआइ की टीम ने सिकंदरा स्मारक के सामने खोदाई शुरू की। एलआइसी कार्यालय के सामने खोदाई कार्य के चलते हाईवे पर ट्रैफिक रेंगता रहा।
यमुना में सीधे गिरेगा नाला
सिकंदरा से वाटरवर्क्स तक भूमिगत नाला बनाया जा रहा है। यह नाला सीधे यमुना में गिरेगा। इसकी जानकारी एनएचएआइ और जिला प्रशासन के अफसरों को है, लेकिन विभागीय अफसरों ने चुप्पी साध रखी है।
उड़ती धूल से लोग परेशान
वाटरवर्क्स से गुरु का ताल के बीच कई स्थलों पर खोदाई चल रही है। धूल से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत डीएम से की गई है। हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। जल्द ही रुनकता अंडरपास पर भी काम चालू होगा।