आगरा : हौसले हो बुलंद तो बचपन भी बड़े से बड़ा कार्य कर सकता है यह उदाहरण पेश किया है आवास विकास कॉलोनी सेक्टर 11 के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने जो स्वच्छता अभियान के सबसे महत्वपूर्ण सिपाही बनकर हमारे समाज को एक नई दिशा दिखाने में आ गया है और अपने नन्हे-मुन्ने हाथों से और ऊंची सोच से अपने इस वीरान पड़े हुए पार्क को सब बच्चों ने मिलकर वह खूबसूरती पैदा कर दी जिसको देखकर शायद संबंधित विभाग को करना चाहिए, वह कार्य इन नन्हे-मुन्ने बच्चों ने किया बिना किसी सरकारी मदद के। कॉलोनी वालों ने इस पार्क की जगह को कूड़ेदान में बदल दिया था लेकिन इन बच्चों ने मिलकर कॉलोनी वालों की मानसिकता को ही नहीं बदला बल्कि पार्क और अपनी कॉलोनी की रूपरेखा ही बदल डाली
बच्चो ने बताया कि पिछले कुछ समय से क्षेत्र में अनेको वारदातें हो रही थी भय और डर के कारण हम आस पास के पार्क में खेलने से डर रहे थे। उन्ही बच्चों के समूह से प्राप्ति सरीन और कशिष सरीन ने अपने घर के आगे पड़ा गन्दा और आवारा पशुओं से घिरा पार्क देखा, प्राप्ति ने पार्क को साफ करने की ठान ली, एक-दो दिन तो दोनों बहने पार्क को साफ करती रही।
पार्क के आप पास रहने वाली निवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए अभियान को और तेजी दे दी। देखते ही देखते बच्चों के परिवारीजनों ने आपस में ही पैसे मिलाकर, पार्क में मिट्टी, दीवार बनाना, पेंट, पेड़ पौधों आदि की जरूरत पूरी करने के लिए आपसी सहयोग किया। कशिष ने बताया की मैने अपने पापा दीपक सरीन कवि के द्वारा दिये गए जेब खर्चे को भी इस पार्क के सौंदर्यीकरण में लगा दिए।