आज लगातार दूसरे दिन भी कई जगहों पर एटीएम ख़ाली पड़े हैं. नो कैश का बोर्ड लगा हुआ है. कई जगह लोग लाइन में खड़े हैं. इस बीच वित्त मंत्रालय का कहना है कि बाज़ार में पर्याप्त से ज़्यादा नक़दी है. अचानक डिमांड की वजह से कुछ राज्यों में कमी है, जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है. 1.5 लाख करोड़ से ज्यादा की करेंसी हमारे पास है. थोड़ी बहुत स्थिति ऐसे होती है कहीं पैसा अधिक हो जाता है कहीं कम हो जाते हैं. वेवजह का डर फैलाया गया है और ये ठीक नहीं है.
इस बीच सभी बैंक नोट प्रेस में नोटों की छपाई का काम युद्धस्तर पर शुरू हो गया है. देवास बैंक नोट प्रेस में बुधवार से तीन शिफ्ट में नोटों की छपाई शुरू हो गई. सुबह 7 से 3 बजे तक, फिर दोपहर 2 से 11 बजे तक और फिर रात 11 से सुबह 11 बजे तक 500 और 200 रुपये के नोटों की छपाई होगी. सूत्रों का कहना है कि नोटों की बढ़ती किल्लत के कारण ही नोट छपाई में तेज़ी लाई जा रही है. तीनों शिफ़्ट में छपाई से नोट का उत्पादन बढ़ेगा.
मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि देश में कैश के हालात का जायज़ा लिया. कुल मिलाकर पर्याप्त से ज़्यादा कैश बाज़ार में है और बैंकों के पास भी है. कुछ इलाक़ों में अचानक और बढ़ी हुई मांग से पैदा हुई क़िल्लत से जल्द ही निबटा जा रहा है. बैंकिग सचिव राजीव कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि 85 फ़ीसदी एटीएम मशीनों में कैश है. 10 से 12 फीसदी मशीनें हमेशा रखरखाव में रहती हैं. लेकिन फिर संकट क्यों है? राजीव कुमार की सफ़ाई है कि मार्च अप्रैल में कैश की मांग ज़्यादा होती है.