आगरा : गुरुद्वारा गुरु का ताल पर सिक्खों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी के 54 वा प्रकाश पूरब पर आज प्रातः से ही भक्तो का सैलाव उमड़ा जो अपने गुरु घर में शीश नवा कर अपने को धन्य मान रहे थे । सुबह मुख्य दरबार हाल में श्री गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया| आतिशबाजी का शुभारंभ गुरु के ताल के मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह, सांसद रामशंकर कठेरिया, नवीन जैन, विधायक योगेन्द्र उपाध्याय, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, आईटीवी नेटवर्क के मुख्य संपादक अजय शुक्ल ने रिमोट दवा कर किया| शाम को मुख्य दीवान की आरंभता गुरुद्वारा मंजी साहिब में करते हुए कथा वाचक भाई केवल सिंह ने सूरज प्रकाश ग्रंथ की लड़ी दार कथा में श्री गुरु नानक साहिब जी की मक्का मदीना यात्रा जिक्र करते हुए बताया कि परमात्मा एक ही है और कण कन में विराजमान है ।
कथावाचक रणजीत सिंह ने गुरु नानक साहिब के प्रकाश पूरब पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु नानक साहिब का जन्म राय भोए की तलवंडी में हुआ। जहा का राजा रायबुलार था । गुरु नानक साहिब के जन्म स्थान होने के कारण इस स्थान को ननकाना साहिब कहते है। कार्यक्रम में इस अवसर पर मास्टर गुरनाम सिंह, बंटी ग्रोवर, जत्थेदार पाल सिंह, जत्थेदार गुरतेज सिंह, जीत सिंह, अमरीक सिंह, सतनाम सिंह, महंत हरपाल सिंह, हरबंस सिंह, अजायब सिंह ,सतवीर सिंह, हरनाम सिंह, महंत मोहिंदर सिंह, राजबीर सिंह,बाबा इसर सिंह,बाबा किशन सिंह आदि मौजूद रहे |