शांतिपूर्ण भविष्य के लिए वैचारिक परिवर्तन जरूरी: हरिओम सिंह
आगरा : सेवानिवृत्त प्लाटून कमांडर हरिओम सिंह द्वारा रचित और ब्लू रोज पब्लिशर्स से प्रकाशित प्रथम काव्य संग्रह "युग चिंतन" का लोकार्पण सोमवार को हरीपर्वत स्थित होटल सॉलिटेयर में किया गया। मुख्य अतिथि विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने इस मौके पर कहा कि ये कविताएँ सात्विक विचारों के साथ-साथ समाज को आईना भी दिखाती हैं। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया ने कहां कि इस संग्रह में राष्ट्र, समाज एवं नारी के प्रति लोगों की थोथी मानसिकता का चित्रण किया गया है।
लोकार्पित कृति के रचनाकार हरिओम सिंह ने कहा कि भारत के सुंदर, संपूर्ण एवं शांतिपूर्ण भविष्य की कल्पना को साकार करने के लिए वैचारिक परिवर्तन जरूरी है। मेरा लेखन इसी दिशा में एक रचनात्मक प्रयास है। समारोह का संचालन गजेंद्र सिंह परमार ने किया। संचालन हेमंत सिकरवार ने किया। इस अवसर पर निशि राज, राकेश प्रधान, प्रीति परमार, सुधा परमार, संतोष गहलौत, ई. अवनीश कुमार, कृष्णा शर्मा, मास्टर हरेंद्र सिंह चौहान, राजकुमार पुंडीर, चंदू भदौरिया आदि मौजूद रहे।