विन्यास आसन रोज करोगे तब पिघलेगी पेट की चर्बी
कुछ पाना है तो कुछ करना भी पड़ेगा अब भी वक़्त है पेट की चर्बी से छुटकारे और वजन पर नियंत्रण के लिए नियमित तौर पर विन्यास आसन का अभ्यास फायदेमंद है। इसका अभ्यास पेट की चर्बी कम करने के साथ-साथ, हाथ यौर कमर को सुडौल बनाने, हार्ट रेट बढ़ाने और कमर दर्द दूर करने के लिहाज से फायदेमंद है। विन्यास योग जिसे विन्यास प्रवाह भी कहते हैं तीन आसनों का सेट है - पर्वतासन, भुजंगासन और कुंभक आसन। ध्यान रखें कि इसके प्रयास के दौरान श्वास पर पूरा नियंत्रण होना जरूरी है। अगर आप किसी बीमारी या दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसके अभ्यास से पहले चिकित्सकीय सलाह जरूर लें।
जानिए कैसे करते हैं विन्यास प्रवाह योग
इस आसन को सही तरह से करने के लिए शुरुआत करें पर्वतासन से। इस दौरान श्वास सामान्य रखें और आसन में आने के बाद पांच बार गहरी श्वास लें और छोड़ें। पर्वत आसन करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। अब बाजू की मदद से नितंब और कमर के हिस्से को ऊपर उठाएं और सिर जमीन की दिशा में रखें. इस दौरान शरीर का आकार पर्वत जैसा होता है।
अब शरीर के निचले हिस्से को जमीन पर लाएं और अग्रभाग को ऊपर करें। शरीर का सारा भार हाथों पर दें और अग्रभाग को अधिक से अधिक स्ट्रेच करने का प्रयास करें। इस अवस्था में पांच बार गहरी श्वास लें। इसे भुजंगासन की अवस्था कहेंगे। अब अग्रभाग को नीचे लाएं और शरीर को हथेली व पंजों के बल जमीन से एक बित्ते की दूरी पर रखकर पांच बार गहरी श्वास लें। ठीक वैसा जैसा प्लैंक में करते हैं। इसे कुंभक आसन कहेंगे। इसके बाद पुनः पर्वतासन की मुद्रा में आएं और यह चक्र दोहराएं।