आगरा : द ताज कोलोक्विम संस्था ने ताज नगरी में हर साहित्यिक व बौद्धिक विकास का बीड़ा उठाया है। जिसका उद्देश शहर में ब्रिटिश काल की उस विरासत को बचाना है| क्वीन एम्प्रेस मैरी लाइब्रेरी की उस गौरवशाली पहचान को वापस लाने के लिए, जो ब्रिटिश काल में थी। उदासीनता और उपेक्षा का शिकार सदर स्थित लाइब्रेरी को उसका खोया अस्तित्व लौटाने के लिए शहर की जनता व प्रशासन ने मिलकर कदम बढ़ाया है। ज्ञान के केन्द्र के रूप में इसे पुनः स्थापित करने की कोशिश ताज महोत्सव के तहत 20 फरवरी को एक ऐसे कार्यक्रम से होगी जिसमें देश के जाने माने साहित्यकार, लेखक व पत्रकार शिरकत करेंगे। आगरा की शान रहे सूर, गालिब, नजीर व मीर के साथ शहर की संस्कृति विरासत और साहित्य पर भी चर्चा होगी।
ब्रिटिश काल में मिस्टर जॉन्स (जॉन्स लाइब्रेरी के संस्थापक) द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को अपडेट रखने के उद्देश्य से स्थापित की गई क्वीन एम्प्रेस मैरी लाइब्रेरी आज खुद अपनी पहचान को बचाए रखने के लिए संघर्ष करती दिख रही है। इस संघर्ष को गति देने में द ताज कोलोक्विम ने कदम बढ़ाए हैं। द ताज कोलोक्विम की संस्थापिका डॉ. शिवानी चतुर्वेदी ने बताया कि ताज महोत्सव के तहत 20 फरवरी को लाइब्रेरी में 'ए लिट्रररी डेट विद आगरा' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मौजूद साहित्य पर जमी उपेक्षा की उस धूल की पर्तो को हटाना है जिसके नीचे गौरवशाली इतिहास दबा है। कार्यक्रम में देश के जाने माने साहित्यकार, लेखक व पत्रकारों में पाननी आनंद, रक्षंदा जलील, तरुण ठकराल, आंचल मल्होत्रा, किश्वर देसाई, ऋषि सूरी, सुमन्त व सेफ महमूद शामिल होंगे।
पद्म भूषण मेघनाथ देसाई होंगे विशिष्ठ अतिथि
1994 में प्रवासी भारतीय पुरस्कार व 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित व यूके में मैम्बर ऑफ द हाउस ऑफ लार्ड मेघनाथ देसाई कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि होंगे। मुख्य तिथि मंडलायुक्त प्रदीप भटनागर होंगे। कार्यक्रम में जहां आगरा की पहचान सूर, गालिब नजीर व मीर पर चर्चा होगी वहीं शहर की संस्कृति, विरासत व साहित्य को संयोए रखने पर भी विचार मंथन होगा।