लखनउ : बजरंग दल के अयोध्या में हथियार प्रशिक्षण शिविर के बहाने बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा के साथ ही उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ सपा सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने शिविरों को ‘अवैध’ करार देते हुए इन पर तत्काल प्रतिबंध की मांग की और ऐसा करने में विलंब के लिए राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
मायावती ने प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक द्वारा बजरंग दल के शिविरों का बचाव करने पर भी गहरी चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने आज एक बयान में कहा, ‘‘बजरंग दल द्वारा हथियार प्रशिक्षण शिविर चलाना गैर कानूनी है और उत्तर प्रदेश सरकार को तत्काल इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। ऐसे शिविरों को आयोजित करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’’ हिन्दू दक्षिणपंथी संगठन बजरंग दल ने 14 मई को एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया था, जिसमें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने योद्धा की वेशभूषा में ‘दंगाइयों और आतंकवादियों’ का सफाया करने की एक ‘माक ड्रिल’ की थी। इस ड्रिल में आतंकियों को गोल टोपी और चेकदार गमछा बांधे दिखाया गया था।
मायावती ने कहा कि राज्यपाल को इस मामले में संविधान की मर्यादा और भावना के अनुरूप कार्य करने की जरूरत है। यह भी देखना होगा कि यदि समाज के सभी वर्गों या दबे कुचले लोगों को भी हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने की अनुमति दे दी जाए तो क्या स्थिति पैदा होगी और समाज एवं देश पर इसका क्या प्रभाव पडेगा।