ग्वालियर : जिले की डबरा तहसील के अंतर्गत खेरिया गांव में तीन वर्षीय बालक अभय की बोरवोल में गिरने के बाद दम घुटने से मौत हो गई। राहत दल के 22 घंटे तक चले राहत अभियान के बाद बोरवेल में फंसे बालक को आज दोपहर निकाला गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस अधीक्षक हरि नारायणचारी मिश्रा ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘बालक को बचाया नहीं जा सका। बोरवेल में दम घुटने के कारण उसकी मौत हो गई।’’ इससे पहले आज दोपहर को राहत दल ने बोरवेल से बालक को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने बच्चे का परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
ग्वालियर कलेक्टर डॉ संजय गोयल ने बताया कि प्राथमिक जांच में बच्चे के शरीर पर सांप या किसी अन्य जानवर के काटने के निशान नहीं पाये गये हैं। डॉक्टरों ने बताया कि बोरवेल में गिरने के बाद दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राहत दल ने लगभग 22 घंटे के राहत अभियान के बाद बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पोस्टमार्टम के बाद बच्चे की मौत का कारण सामने आयेगा।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। इसके साथ ही राहत अभियान में खराब हुए खेत को भी सही करके दिया जायेगा। पुलिस महानिरीक्षक आदर्श कटियार ने बताया कि कल शाम बोरवेल में गिरने के बाद बच्चा इसमें करीब 25 फुट की गहराई में जाकर फंस गया था। उसे बाहर निकालने के लिये प्रशासन, स्थानीय पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और राष्ट्रीय आपदा राहत बल द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास किये गये। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अपनी दादी और बड़ी बहन के साथ कल शाम घर लौटते वक्त बालक खेत के बोरवेल में गिर गया था।