नयी दिल्ली : हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता रितिक रोशन के साथ विवाद को लेकर चर्चा में रही अभिनेत्री कंगना रणौत ने आज कहा कि इस पूरे वाकये के दौरान उन पर ऐसी कहानी बयान करने का दबाव था, जिससे उन्हें हमदर्दी मिले, लेकिन उनके पास इस तरह की कोई दास्तान नहीं थी । कंगना ने कहा कि एक परिपक्व युवती के तौर पर वह अपनी राह में आने वाली मुश्किलों से निपटने में सक्षम हैं, लेकिन कहीं न कहीं उन पर लड़ने का काफी ‘‘नारीवादी दबाव’’ था ।
इंडिया टुडे माइंड रॉक्स इवेंट के दौरान 29 साल की कंगना ने कहा, ‘‘मैंने हाल में जिस वाकये का सामना किया, वह मेरे अतीत के अनुभवों से काफी अलग था । इस बार मेरे खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई । मीडिया का काफी ड्रामा था, धमकियां थीं, चरित्र पर लांछन लगाए गए लेकिन मेरे खिलाफ कोई केस नहीं किया गया । इसे कानूनी तौर पर लड़ने का सवाल ही नहीं था ।’’ कंगना ने कहा, ‘‘अचानक लड़ने के लिए मुझ पर नारीवादी दबाव पड़ने लगे । मुझे ऐसी कहानी बयान करने को कहा गया जिससे मुझे हमदर्दी मिले । लेकिन मेरे पास ऐसी कोई कहानी थी ही नहीं ।’’ उन्होंने कहा कि वह ‘‘एक शख्स के साथ सहमति वाले समीकरण’’ से जुड़ी थी ।
सुपरहिट फिल्म ‘क्वीन’ में अपने दमदार अभिनय के लिए काफी सराही गईं कंगना ने यह भी कहा कि बॉलीवुड में उनके सफर में कई उभार आए, लेकिन उन्होंने खुद को हमेशा कमतर ही आंका ।
कंगना ने कहा, ‘‘हम पर हर जगह धौंसपट्टी दिखाई जाती है । चाहे यह स्कूल हो, कॉलेज हो या आपके काम की जगह हो । आपको धौंस दिखाने वाले काफी लोग मिलते हैं और इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है । मेरा मानना है कि आपमें लड़ने की क्षमता विकसित हो जाती है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोग मेरी पीठ के पीछे क्या कहते हैं, मुझे इससे कोई मतलब नहीं । मेरी जिंदगी बस मेरे बारे में है । मेरी पीठ पीछे क्या हो रहा है, मुझे इससे कोई मतलब नहीं है । मैं आगे देखना पसंद करती हूं ।’’