आगरा : कहते हैं खुशियो पर सभी का हक होता है। खुशियां
अमीरी गरीबी नहीं देखती हैं। कुछ लोग दूसरों को खुशियां देकर खुद होते हैं। कुछ इसी
अंदाज में दीपोत्सव पर्व का आगाज होने पूर्व ही शहर के समाज सेवियों ने समाज के अंतिम
पायदान पर बैठे बच्चों के बीच दीवाली की खुशियां मनाई। बच्चों को दिवाली के उपहार दिए।
उपहार पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे थे। इन समाजसेवियों में बच्चों ने अपनेपन का अहसास
हुआ। ये वो बच्चे थे जो कभी सड़कों पर भीख मांगते थे लेकिन आज जब उनके हाथों ने कलम
थामी तो शहर भर का प्यार उन पर उमड़ पड़ा। लोग इन्हें देखकर नाक पर रूमाल रख लेते थे।
जब इन बच्चों के बीच मुख्यातिथि उत्तर प्रदेश सरकार के
मनोरंजन कर विभाग के सलाहकार विपुल पुरोहित तथा प्रमुख समाजसेवी मधुकर अरोरा के अन्य समाजसेवियों के साथ दीवाली मनाने पहुंचे तो बच्चे बहुत खुश हुए।
पी-टेक एजुकेशन के निर्देशक व समाजसेवी पुष्पेंद्र त्यागी ने इन बच्चों को मिट्टी के दीपक, पटाखे तथा अन्य उपहार दिए। उपहार पाकर बच्चे बहुत खुश हुए। समाजसेवियों
ने इन बच्चों का रिपोर्ट कार्ड भी देखा। स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि ये बच्चे बहुत
लगन से पढ़ते हैं। जहां एक ओर बस्ती के बच्चे मिड-डे मील खाकर स्कूल से चले जाते हैं
वहीं दूसरी ओर यह बच्चे छुट्टी होने तक कक्षा में रहते हैं।
जब समाजसेवी व गायत्री मोटर्स के स्वामी मुकेश कुमार ने बच्चों से पूछा कि बड़े होकर क्या बनना चाहते हो
तो अधिकांश बच्चों ने पुलिस एवं फौजी बनकर देश की रक्षा करने बात कहीं वहीं लड़कियों
ने नर्स बन सेवा करने की इच्छा जाहिर की।
बिग पेजेस फाउंडेशन के अध्यक्ष विमल कुमार ने कहा कि इन बच्चों के सपनों को
पूरा करने में गरीबी आड़े नहीं आएगी बल्कि इन
बच्चों को समाज दुत्कारने की बजाए इन्हें अपनेपन का अहसास कराना चाहिए। खुशियों पर
सबका हक होता है। ये भले ही गरीब हैं लेकिन इनकों को भी समाज में बराबरी का हक मिलना
चाहिए। इससे पूर्व भी दीवाली पर इन बच्चों के साथ खुशियां बांटी गई थी। इस दौरान मनोज
कुलश्रेष्ठ, पंकज त्यागी, विमल शर्मा, शुभासिनी सिंह, नरेश
पारस, आयुष शर्मा, वंदना महौर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।