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Exclusive : यूं बचाया डॉक्टर ने खुद को छपासुओं से...


आगरा : समाजसेवा की अनुकरणीय मिसाल से शहर एक बार फिर नतमस्तक है। जागरूक और समाजसेवी चिकित्सक ने अपने पिता का देहदान का संकल्प पूरा किया है। बीते दिनों शहर के जानेमाने चिकित्सक डॉ० विजय सिंघल के पिता रमेश चन्द सिंघल का स्वर्गवास हो गया था। तो इस बार डाक्टर ने अपने पिता के देहदान की जानकारी खुद दी सोशल मीडिया पर शहरवासियों और करीबियों को दी। उनकी माता की तरह ही पिता की भी यही इच्छा थी कि बीवो अपने देह का दान मेडिकल के छात्रों के लिए करें। ये वही शहर है जहां पिछले दिनों दो प्रमुख समाजसेवियों द्वारा देह दान पर भी घटिया राजनीति की गयी थी जिससे डरे चिकित्सक ने पहले से ही फेसबुक व व्हाट्स एप पर मेसेज वाइरल किया।
सोशल मीडिया पर वाइरल किया हुआ मेसेज

गौरतलब है कि शहर के जानेमाने चिकित्सक डॉ० विजय सिंघल की माता शांति सिंघल का देहांत हो गया। माँ की इच्छा थी कि मेडिकल के छात्रों के लिए उनके देह का दान किया जाए। इसी इच्छा को पूरा करने हेतु सभी औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण कराई गयी। नम आंखों से देहदान परिवार के अहम सदस्यो के बीच किया गया। अगले दिन प्रमुख समाचार पत्रों मे जो खबर प्रकाशित हुई वो चौंकाने वाली थी जिसे पढ़कर चिकित्सक का पूरा परिवार इस दुख की घड़ी मे और अधिक दुखी हो गया। डॉ विजय सिंघल का आरोप है कि समाचार पत्रों मे शहर के आगरा विकास मंच के अध्यक्ष अशोक जैन सीए ने मेरे पिता से सटकर फोटो खिंचवाते हुए समाचार पत्रों में यह भ्रामक प्रचार किया कि देहदान उनके प्रयासों से हुआ ।
प्रमुख समाचार पत्र DLA ने भी की थी खबर प्रकाशित
यही नहीं उनका कहना है कि  तीन दिन बाद जब सी-टी.वी. पर प्रसारित इस देहदान से सम्बंधित समाचार मेरे देखने में आया तो मैंने देखा कि अशोक जैन सी. ए. व उनके दो अन्य साथी उसमें बढ़ चढ़कर बोल रहे थे व इस देहदान का श्रेय ले रहे थे । मेरे पिता देहदान के दस्तावेज जब प्राचार्य को सौंप रहे थे तब श्री अशोक जैन सी.ए. अनाधिकृत रूप से मेरे पिता से सटकर दस्तावेजों को पकड़ते हुए दिखाई दिए और बाद में अनाधिकृत मीडिया बाइट्स भी दीं । श्री अशोक जैन सी. ए. द्वारा रटी रटाई भाषा बोलते हुए मेरी मां श्रीमती शांति सिंघल को गलत नाम ‘महुआ’ देकर उनके जीवन भर की पहचान ही बदल डाली ।