मथुरा : लुधियाना से आये निरंकारी प्रचारक संतश्री राजकुमार वालिया का दो दिनी प्रवास ब्रज के भक्तों के लिए यादगार बन गया। निरंकारी मिशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाने को लुधियाना से निकले निरंकारी प्रचारक संतश्री राजकुमार वालिया ने यहां मथुरा में दो दिवसीय प्रवास के दौरान कोसीकलां, वृन्दावन, फरह तथा हाइवे नवादा स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में हुए सत्संग सभाओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि नफरत फैलाने वाले नहीं, प्यार बांटने वाले याद किए जाते हैं। जो सत्य संदेश को फैलाने के अभियान में तत्पर रहते हैं, वह इतिहास में अमर हो जाते हैं। संतश्री ने कहा कि एक पिता परमात्मा को जानकर ही सारे इंसान एक हो सकते हैं। दीवार रहित संसार के लिए प्रेम के पुल बनाने होंगे। एकत्व में सदभाव का वातावरण स्थापित हो, इसके लिए प्रभु परमात्मा का बोध करना आवश्यक हैं।
उन्होंने कहा कि निरंकारी मिशन ब्रह्मज्ञान के माध्यम से हर इंसान को सृष्टि के रचियेता परमसत्ता निराकार परमात्मा के साथ जोड़ने का अभियान चला रहा हैं। संतश्री राजकुमार वालिया ने कहा कि सत्गुरू की कृपा से प्रभु साक्षात्कार सम्भव हैं। सत्गुरू मानव का सबसे बड़ा हितैषी होता हैं। सत्गुरू सच्चा मार्गदर्शक होता हैं। प्रचारक संत ने कहा कि निरंकारी मिशन के अभियान ‘‘एक को जाने, एक को माने, एक हो जायें‘‘ को वर्तमान सत्गुरू माता सविन्दर हरदेव जी महाराज, हर मानव तक ब्रह्मज्ञान की सौगात पहुंचाकर जारी रखे हुए हैं। मीडिया प्रभारी किशोर स्वर्ण ने बताया कि संतश्री राजकुमार 15 दिवसीय यात्रा के दौरान 27 सत्संग सभाओं को सम्बोधित करेंगे। ब्रज में जिला संयोजक हरविन्द्र कुमार, शरणकुमार, घासीराम, राधा अग्रवाल, जितेन्द्र, भरत, मोहनसिंह, अशोक दयालु, भगवती प्रसाद आदि भक्तों द्वारा संतश्री का भावपूर्ण अभिनन्दन किया गया।