आगरा : शहीदों के सरताज एवं शान्ति के पुंज सिक्खो के पांचवे गुरु गुरु अर्जुन देव जी जिनकी शहादत ज्येष्ठ सुदी चौथ संवत 1553 विक्रमी को हुई थी| जिनका शहीदी गुरुपर्व 29 मई को संपूर्ण भारत वर्ष में श्रद्धापूर्ण वातावरण में मनाया जायेगा ।
कैसे हुए श्री गुरु अर्जुन देव की शहादत
बताया जाता है कि श्री गुरु अर्जुन देव जी को गरम बड़े तवे पर बैठाकर और उनके ऊपर गर्म रेत डालकर अमानवीय अत्याचार किये गए परंतु शांति के पुंज इतने अत्याचारो के बाबजूद अडिग रहे और "तेरा भाना मीठा लागे " हरि नाम पदार्थ नानक मांगे " का पाठ करते रहे बाद में रावी नदी में अपने शरीर त्याग किया ।
आगरा मे भी मनाया जाएगा गुरुपर्व
ऐसे गुरु का शहीदी गुरुपुरव ऐतहासिक गुरुद्वारा गुरु का ताल पर भी 29 तारीख को प्रातः 9 बजे से मनाया जायेगा । कथा एवं कीर्तन दोपहर 12 बजे तक चलेगा। गुरु के ताल के मीडिया प्रभारी मास्टर गुरनाम सिंह एवं समन्वयक बन्टी ग्रोवर ने बताया की इसमें कुलदीप सिंह, कोमल हजूरी रागी ,ज्ञानी स्वर्ण सिंह एवं ज्ञानी केवल सिंह अपने कीर्तन और कथा से सांगत को निहाल करेंगे । इस अवसर प्रातः 9 बजे गुरु के ताल बाहर हाई वे पर बहुत बड़ी छवील लगायी जायेगी साथ ही गुरुद्वारा गुरु के ताल के द्वारा प्रातः 11 बजे सेंट्रल जेल पर भी छवील लगायी जायेगी । गुरुद्वारा गुरु के ताल के मौजूदा मुखी बाबा प्रीतम सिंह ने सभी गुरु नानक नाम लेवा संगत को सभी आयोजनों में भाग लेने की अपील की है।