जाने आनन-फानन मे क्यो राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे कठेरिया
आगरा : केरल में लगातार दलितों पर हो रहे हमलों कि घटनाओं की रिपोर्ट लेकर बुधवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो. रामशंकर कठेरिया राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मिले। राष्ट्रपति को पूरे हालातों की जानकारी देते हुए विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। दलितों पर अत्याचार की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए 23 और 24 अग्रस्त 2017 को केरल पहुंचे राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष प्रो. रामशंकर कठेरिया ने पीडि़तो और अधिकारियों से मुलाकात कर सारी जानकारियां एकत्रित की। केरल में गत तीन-चार वर्षों में अनुसूचित जाति के लोगों के विरूद्ध हत्या और बलात्कार के गम्भीर प्रकरणों में वृद्धि पाई गई। 2017 में जुलाई तक अनुसूचित जातियों पर अत्याचार के मामलों में 103 बलात्कार और 8 हत्या के मामले हुए। आयोग ने पाया कि केरल सरकार इन प्रकरणों में पीडि़तों की अनुसूचित जाति तथा अनूसूचित जन जाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 2015 व अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) निमय 2016 के प्राविधानों के आधीन सहायता करने में पूर्णतया शिथिलता व असंवेदनशील है।
2017 में अनुसूचित जाति के व्यक्त्तियों की आठ हत्या के प्रकरण में किसी को भी आर्थिक सहायता प्रदान नहीं की गई। केरल के डी.जी.पी. व वरिष्ठ अधिकरियों ने हमें सूचित किया कि उनको अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम 2015) तथा (अत्याचार निवारण निमय 2016) की जानकारी नहीं है। स्पष्ट है कि केरल सरकार अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की समस्याओं के समाधान उनके संरक्षण हेतु व अत्याचार पीडि़तों को समय से नियमानुसार राहत प्रदान करने में पूर्णतः असंवेदनशील है। आयोग का मत है कि अपने कतव्यों का निर्वाहन न करने वाले ऐसे अधिकरियों के विरुद्ध कार्रवाई आवश्यक है।