आगरा : दयालबाग स्थित भगत हलवाई ने रक्षाबंधन पर घेवर महोत्सव मनाया जिसमें 20 किलो का घेवर बनाया गया। 20 किलो का घेवर आगरा शहर का अब तक का सबसे बड़ा घेवर माना जा रहा है। घेवर के विषय में जानकारी देते हुए प्रदीप भगत ने कहा घेवर छप्पन भोग के अन्तर्गत आने वाला एक प्रसिद्ध व्यंजन हॅ। मैदे से बनाने वाली यह मिठाई अपने आप में एक अनोखा स्वाद और महत्त्व लिए हुए है। घेवर हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है। सावन में तीज के अवसर पर बहन-बेटियों को सिंदारा देने की परंपरा काफी पुरानी है, इसमें चाहे कितना ही अन्य मिष्ठान रख दिया जाए लेकिन घेवर होना अवश्यक होता है इसलिए साल के विशेष समय पर बनने वाली इस पारंपरिक मिठाई घेवर का वर्चस्व टूटना संभव नहीं है, भले ही आधुनिक मिठाइयों के सामने इसकी लोकप्रियता में कुछ कमी दिखाई देती हो। कहा जाये तो घेवर के बिना तीज, रक्षाबन्धन और सावन माह का शिव पूजन अधूरा है।