आगरा : थाने में मन्दिर बनाना, लॉकअप को कन्हैया का घर समझना, अपनी कुर्सी पर न बैठना, अपराध पर शुद्धिकरण करवाना जैसे मामले अक्सर पुलिसिया अंधविश्वास को दर्शाते रहते हैं पर आगरा पुलिस को ऐसा अंधविश्वास हो गया है कि उसे रोजाना दिन में कई बार आवारा कुत्ते को केले खिलाना पड़ते हैं और केले खिलाना उनकी ड्यूटी का एक हिस्सा माना जाता है।
बता दे, कि आगरा के सबसे मुख्य थाना हरीपर्वत चौराहे के पुलिस बूथ और दिल्ली गेट चौकी में एक आवारा कुत्ता दिन में कम से एक बार आकर बैठता है और जब तक उसे कोई पुलिसकर्मी केला नही खिलाता है तब तक वो वहां से जाता नही है। यहां तक कि पुलिस से मिले केले के अलावा कुत्ता और कोई भी चीज नही खाता है। मोती, शेरू, राजू जैसे नाम से उसे बुलाया जाता है। कोई पुलिसवाला उसे पूर्व जन्म का बन्दर कहता है तो कोई उसे पिछले जन्म का कांस्टेबल बताता है और सबसे ज्यादा पुलिसकर्मी उसे पिछले जन्म का अपना मुखबिर मानते हैं। सभी का यह सोचना रहता है कि इसका कुछ कर्ज है जो वो अब वसूल रहा है ।
केले के अलावा कुछ नहीं खाता
हरीपर्वत पर तैनात एक ट्रेफिक पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जब उनकी यहाँ ड्यूटी लगी तो उन्हें इस कुत्ते के बारे में पता चला अब क्या प्रथा बनी है यह तो नही पता पर इतना जरूर पता है कि यह पुलिस के हाथ से केला खाता है अन्य कोई इसे कुछ भी दे यह नही खाता है। शाकाहारी तो बाद कि बात है यह केले के सिवा कुछ नही खाता है। यही तैनात ट्रैफिक के एक दीवान ने बताया कि जो भी यहां ड्यूटी करता है वो इस कुत्ते के आने पर इसे केला खिलाता है। इसको खिलाने के बाद चौराहे पर कोई अव्यवस्था या परेशानी नही आती है।
पूर्व जन्म का है मुखबिर !
वही बिग पेजेस से बातों-बातों में मजाक करते हुए थाने के एक दरोगा ने बताया कि उन्हें यह पूर्व जन्म का मुखबिर लगता है और इसका पुलिस से कुछ कर्ज है तभी तो यह सिर्फ पुलिस से ही खाता है और वो भी सिर्फ केला। कुछ दिन पहले थाने पर पहरे पर तैनात एक सिपाही ने बताया कि जब भी यहां कोई भी सिपाही पहरे पर रहता है तो इसके आने पर वो अंदर मुंशियाने में जाकर किसी न किसी से पैसा लेता है और इसे केला खिलाता है। दिल्ली गेट चौकी के पास भीख मांगने वाले हरीश ने बताया कि इस कुत्ते को यहां सब पहचानते हैं और यह कभी किसी का दिया कुछ नही खाता है हाँ पुलिसकर्मी जब इसे केले देते हैं तो यह वही खाता है और कोई चीज खाते हुए इसे किसी ने नही देखा। इस क्षेत्र में इस कुत्ते का यह स्टाइल और पुलिस का अंधविश्वास हर दुकानदार और काम करने वाले को पता है।