आगरा : 25 वर्षों से दिव्यागों की सेवा करने वाली संस्था टीयर्स वास्तव में धन्यवाद के काबिल है। इतने लम्बे समय तक मन्द बुद्धि एवं दिव्यांगों की सेवा करना कठिन और मुश्किल कार्य है। ऐसे कार्य करने वाले लोग अपने पुण्य के खजाने को निरन्तर विकसित करते रहते हैं। यह विचार प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक के टीयर्स मन्द बुद्धि संस्था के रजत समारोह में बोलते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि दिव्यांग और मन्दबुद्धि के बच्चों को शिक्षा देना बहुत कठिन कार्य है, जो यहाँ के अध्यापक इस कार्य को कर रहे है।
उन्होंने कहा कि अगर इच्छा शक्ति प्रबल हो तो गूँगा बोल सकता है और पंगु भी पहाड़ की चढ़ाई कर सकता है। उन्होंने चरेवेति-चरेवेति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जो व्यक्ति सोता रहता है, उसका भाग्य भी सोता रहता है, इसी प्रकार जो व्यक्ति बैठा रहता है, उसका भाग्य भी बैठा रहता है किन्तु जो व्यक्ति चलता रहता है उसका भाग्य भी चलता रहता है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 स्थापना दिवस 24 जनवरी को मनाया जा रहा है। 24 जनवरी 1950 को ही इस प्रदेश का नाम यूनाइटेड प्रोविन्स से बदल कर उत्तर प्रदेश रखा गया था। इसलिए वर्तमान प्रदेश सरकार की केबीनेट ने यह निर्णय लिया है कि 24 जनवरी को प्रदेश के स्थापना दिवस के रुप में मनाया जायेगा।
राज्यपाल ने संस्था के नवनिर्मित भवन शिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र का लोकार्पण किया तथा टीयर्स संस्था के प्रत्येक कमरे में जाकर बच्चों की पढ़ाई, खेल-कूद, सिलाई, दरी-बुनाई आदि सभी गतिविधियों को देखा। कार्यक्रम में अध्यक्ष, राष्ट्रीय अनुसचित आयोग राम शंकर कठेरिया, महापौर नवीन जैन, संस्था की निदेशिका रीता अग्रवाल, विनीत खेड़ा आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर लायन्स क्लब प्रयास की ओर से टीयर्स संस्था को बच्चों के आवागमन हेतु मिनी बस प्रदान की गई। इस अवसर पर विधायक हेमलता दिवाकर, संस्था के अध्यक्ष रमाशंकर गोयल के सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।