समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों की मानें, तो नरेश अग्रवाल सोमवार को ही बीजेपी के साथ जुड़ सकते हैं. नरेश अग्रवाल का बीजेपी में जाना समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वो राष्ट्रीय राजनीति में सपा का सबसे मुखर चेहरा हैं.
नरेश अग्रवाल सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से राज्यसभा सीट पर उनकी जगह जया बच्चन को टिकट देने से नाराज हैं और अब उन्होंने सपा की सबसे बड़ी सियासी दुश्मन बीजेपी से हाथ मिलाकर अखिलेश को तगड़ा झटका देने का फैसला किया है. समाजवादी पार्टी के छह राज्यसभा सांसद रिटायर हो रहे हैं. किरणमय नंदा, दर्शन सिंह यादव, नरेश अग्रवाल, जया बच्चन, मुनव्वर सलीम और आलोक तिवारी के नाम इस लिस्ट में हैं. सपा के पास सिर्फ 47 वोट हैं, अखिलेश यादव सिर्फ एक नेता को ही संसद भेज सकते हैं. बाकी के 9 अतिरिक्त वोट पार्टी गठबंधन के तहत बीएसपी उम्मीदवार को देगी.
समाजवादी पार्टी ने नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा, दर्शन सिंह यादव, मुनव्वर सलीम और आलोक तिवारी को राज्यसभा का टिकट नहीं दिया है. सपा ने अपने छह राज्यसभा सदस्यों में सिर्फ जया बच्चन को भेजने का फैसला किया है.
माना जा रहा है कि इसी से नरेश अग्रवाल नाराज हैं. उनका दर्द ये है कि वो राज्यसभा में सबसे ज्यादा मुखर रहे हैं और पार्टी की रीतियों-नीतियों को केंद्रीय स्तर पर उठाते रहे हैं लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने जया बच्चन को राज्यसभा भेजने का फैसला किया और उनका पत्ता काट दिया गया.