सजा सुनते समय आसाराम क्यों परेशान थे,...... पढ़े
नई दिल्ली: आसाराम को नाबालिग से रेप का ताउम्र कैद की सजा सुनाई है. आसाराम के वकील ने कहा कि सजा सुनते समय वह काफी परेशना थे, लेकिन रोये नहीं. आसाराम एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में क़रीब 5 साल से ज़्यादा वक़्त से जेल में बंद था. इस मामले में जोधपुर कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुनाया. इस मामले में आसाराम के साथ दो और लोगी को दोषी करार दिया गया है. इस मामले में कुल पांच लोग आरोपी थें, जिनमें दो लोगों को बरी कर दिया गया है.
आसाराम रेप केस में फैसला सुनाने के लिए कोर्ट जेल में ही लगा और वहीं फैसला सुनाया गया. पुलिस ने आसाराम रेप में उनके सेवादारों के ख़िलाफ़ नवंबर 2013 में चार्जशीट दाख़िल की थी. इस केस में कुल 58 गवाहों ने गवाही दी. आसाराम के ख़िलाफ़ जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया उसमें उम्रक़ैद तक की सज़ा हो सकती है. प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए जोधपुर को किले में तब्दील कर दिया है. पूरे शहर में धारा 144 लागू है. पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान फ़्लैग मार्च कर रहे हैं. हर आने-जाने वालों की तलाशी ली जा रही है. आसाराम के जोधपुर आश्रम को भी ख़ाली करा लिया गया है.
आसाराम को IPC की धारा 342 में एक साल की सज़ा हुई. वहीं, IPC की धारा 376/4 में 10 साल की सज़ा सुनाई गई. इसके अलावा धारा 376 D के तहत उम्रक़ैद की सजा हुई. वहीं, धारा 376/2F में उम्रक़ैद. साथ ही जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत 6 महीने की सजा सुनाई गई.