पति से बचकर निकली नाबालिक किशोरी, हुई अपनो की साजिश की शिकार.... पढ़े क्या था मामला
एक नाबालिग बालिका बार-बार किस्मत के हाथों छली गई। परिजनों ने लालच में आकर उसकी विवाहिता युवक से शादी कर दी। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने उसे बचाया। इसके बाद रिश्ते में उसके भतीजे ने उसे अगवा कर उसका शोषण किया। हालांकि उसे युवक से आजाद तो करा लिया गया लेकिन उसकी सुरक्षा को देखते हुए उसे बाल संरक्षण गृह कानपुर भेजा गया है।
कासगंज के नगला ढक के युवक पोखपाल ने अपनी पहली पत्नी के जीवित रहते हुए अपनी बुआ प्रवेश व फूफा नेत्रपाल की मदद से सहावर क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग बालिका से यह कहकर मंदिर में शादी कर ली कि उसकी पत्नी की मौत हो गई है। लालच दिया कि अपनी 40 बीघा जमीन, व ट्रैक्टर आदि उसके नाबालिग के नाम कर देगा। गरीबी के चलते उसके माता पिता ने भी यह रिश्ता स्वीकार कर लिया। पति के घर आने पर बालिका के सपने टूट गए। यहां आकर बालिका को पता चला कि युवक की पहली पत्नी जिंदा है उसके बच्चे भी हैं। गत 19 अप्रैल को 181 महिला हेल्प लाइन पर मामले की शिकायत कर दी।
हेल्प लाइन ने बालिका को बरामद करके बाल कल्याण समिति न्याय पीठ के सुपुर्द कर दिया। चिकित्सीय परीक्षण के बाद समिति ने बालिका को 21 अप्रेल को उसके परिवारीजनों के सुपुर्द कर दिया। पत्नी ने इस मामले में अपने पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया, लेकिन बालिका की किस्मत में तो कुछ और ही लिखा हुआ था। पोखपाल के भतीजे कुंदन की नीयत बालिका पर खराब हो गई।
वह बालिका को अपना बनाने की चाहत लेकर उसके गांव पहुंच गया। वहां से वह बालिका को अगवा करके अपने गांव ले आया। बालिका के पिता ने सहावर थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। इसके साथ ही 181 महिला हेल्प लाइन ने मंगलवार को बालिका को आरोपी कुंदन के घर से बरामद कर लिया। बाल कल्याण समिति के सदस्य मुहम्मद मियां ने बताया कि बालिका की सुरक्षा को देखते हुए उसे बाल संरक्षण गृह कानपुर भेजा गया है। वह अग्रिम आदेश तक वहीं रहेगी।