आगरा : शरद पूर्णिमा पर श्रीकृष्ण ने गोपियों संग वंशीवट पर महारास रचाया था, आज यह प्रासंगिक है, टूटते परिवारों को जोडने के लिए आगरा में शरद पूर्णिमा की रात को महारास होगा, शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रता की श्वेत धवत रोशनी के साथ अम्रत बरसेगा, आगरा की जमीं पर महारास होगा।
क्या होता है रास
रास दो प्रकार का होता है, एक न्रत्य रास है और दूसरा महारास है। जब से सृष्टि बनी है न्रत्य रास हर रोज होता है लेकिन महारास एक बार ही हुआ है। ऐसा कहा जाता है कि श्री श्रीकृष्ण गोपियों संग महारास किया था। शरद पूर्णिमा की रात को अम्रत बरसता है, आज जहां प्रेम और सौहार्द नहीं है, भाई भाई के बीच में प्रेम खत्म हो रहा है। परिवार टूट रहे हैं, रिश्तों में जहर घुल रहा है। इस दौर में महारास प्रासंगिक है, महारास से ज्यादा प्रेम का संदेश देने वाली कोई लीला नहीं है।
आगरा की जमीं पर होगा महारास
आगरा कॉलेज मैदान पर शरद पूर्णिमा की रात को 23 अक्टूबर को महारास का आयोजन किया जा रहा है, यह एक फैमिली प्रोग्राम है, इसमें आप अपने माता पिता, पत्नी और बच्चों के साथ डांडिया खेल सकेंगे, जमकर मस्ती, खरीददारी और स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।