अंजू भंडारी, दिल्ली
दिल्ली : राजधानी में स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन पर लोगों ने जमकर पतंगबाजी की लेकिन हर बार की तरह स्वतंत्रता दिवस पर पतंगों के मांझे की वजह से पक्षी का जीवन छीन गया | पिछले साल की तुलना में 30% ज्यादा पक्षी की जान गयी । तीन दिन में (14 से 16 अगस्त तक) करीब 1250 जख्मी पक्षी अस्पताल पहुंचाए गए। इनमें से 150 की मौत हो गई। 100 से ज्यादा पक्षियों की हालत गंभीर है। इनमें कबूतर, चील, कौवा, तोता, उल्लू और सारस शामिल हैं।
डॉक्टर का कहना है कि चायनीज मांझा ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया। 80% इसी मांझे की वजह से जख्मी हुए। दुसरी तरफ चांदनी चौक मे स्थित बर्ड अस्पताल में 3 दिन में 750 पक्षी लाए गए। वहीं, शाहदरा के बर्ड अस्पताल में 3 दिन में 500 पक्षी लाए गये| दोनों जगह लाए गए 1250 पक्षियों में से 150 की मौत हो गई, जबकि 100 कभी भी उड़ान नहीं भर पाएंगे। कुछ परिंदों का तो मांझे से पैर, पंख या फिर गर्दन तक कट गई।