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श्रीकृष्ण ने सेठ बनकर भरा नरसी का भात


आगरा : लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में महाराजा अग्रसेन सेवा समिति द्वारा आयोजित संगीतमयी श्री भक्तिमाल कथा मे छंटवे दिन बुधवार को नानी बाई का मायरो में नरसी की पुत्री हरनंदी का भात भरने की जीवंत झांकी के माध्यम से वर्णन किया गया | कथा के मुख्य यजमान महावीर प्रसाद मंगल एंव सुमन मंगल रहे |

कथा व्यास गौरदास महाराज के मुखारबिंद से कहा कि नरसी मेहता गरीब ब्राह्मण थे । उनके लिए मायरा भरना नामुमकिन था फिर भी उलटे मायरे में उच्च कुलीन वर्ग के लोगों के स्थान पर 15-16 वैष्णव भक्तों की टोली के साथ अंजार नगर पहुच गए थे, जो उनकी बेटी का ससुराल था। उनकी कम "औकात" के चलते उनके तरह-तरह के अपमान किये गए पर सब कुछ उन्होंने भगवान के चरणों में चढ़ा दिया और सब कुछ सहा पर भगवान से नहीं सहा गया। उनका मायरा श्री कृष्ण ने ही एक सेठ बनके भरा और समधी श्रीरंग द्वारा जो सूची बनाई गई थी, उससे कही ज्यादा भर दिया जो की राजा महाराजाओं से भी बढ़ के था अर्थात श्रीरंग के स्तर से कहीं ऊपर था। जो समधी(श्रीरंग) का परिवार अवाक होकर उस सेठ को देख रहा था | ये देख श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए | नरसी मेहता का जीवंत किरदार मुरारी प्रसाद अग्रवाल ने निभाया | 


ये रहे मौजूद
अध्यक्ष सतीश मांगलिक, सयोजक मोहनलाल सर्राफ, उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद मंगल, महामंत्री बी०डी० अग्रवाल, कोषाध्यक्ष घनश्याम दास अग्रवाल, जगदीश प्रसाद बागला , मुरारी प्रसाद अग्रवाल, ओम प्रकश गोयल, दिनेश बंसल कातिब, किशन मित्तल, अभिनन्दन बंसल, महेश जौहरी, विजय हुड्डी, प्रेमचंद्र अग्रवाल, किशन कुमार सर्राफ, अशोक मित्तल, सुरेंद्र मित्तल, गिरीश चंद्र गुप्ता, जगदीश प्रसाद गोयल, सरजू बंसल

भागवत कथा मे आज
मीडिया प्रभारी सीपी चौहान ने बताया कि कथा के अंतिम दिन गुरुवार को संगीतमयी श्री भक्तिमाल कथा का समापन किया जाएगा| भागवत कथा सांय 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक चलेगी।