अंजू भंडारी, दिल्ली
देहरादून : वैसे तो हमारे भारत देश मे गाय को माता का दर्जा दिया जाता है पर हम ही उनकी जान के दुश्मन बन गये है | हमारा प्लास्टिक और खासतौर पर पॉलिथीन हमारे पर्यावरण और बेजुबान जानवरों के लिए कितनी खतरनाक है, इसका उदाहरण उत्तराखंड के देहरादून में देखने को मिला। उत्तराखंड के देहरादून में मरीं 100 गायों में से दो का पोस्टमॉर्टम करने पर उनके पेट से 40 किलो प्लास्टिक निकली है।
डॉक्टरों के मुताबिक, यही उनकी मौत का कारण बना। जुलाई महीने में 100 गायों की मौत के बाद इनके पोस्टमॉर्टम का आदेश दिया गया था। करीब आधा दर्जन गायों की मौत देहरादून नगर निगम द्वारा संचालित कांजीहाउस में हुई थी। बाद में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और देहरादून के मेयर सुनील गामा ने इस मामले में जांच के आदेश दिए। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने कहा, 'पोस्टमॉर्टम के लिए हमने दो गायों को चुना। रिपोर्ट्स कुछ दिन पहले ही आई हैं और इनमें पता चला है कि इनके पेट में 30-40 किलो प्लास्टिक मौजूद थी। जिन डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम किया है उनके मुताबिक इन गायों की मौत प्लास्टिक की वजह से ही हुई है।' नगर आयुक्त ने बताया कि प्लास्टिक और पॉलिथीन शहर के लिए बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। शहर के ज्यादातर नाले इसकी वजह से चोक हैं। 'प्लास्टिक के गायों की मौत का कारण बनने के बाद अब हम जल्द इस समस्या को खत्म करेंगे।'