राम बाबू शर्मा, जयपुर
जयपुर : वैसे तो राजस्थान के हर जिले में आपको कोई ना कोई चमत्कारी मंदिर मिल ही जाएगा जिनका अपना ही अलग महत्व है लेकिन फिर भी आज हम आपको राजस्थान के जयपुर जिले के एक ऐसे प्रसिद्ध और चमत्कारी मंदिर के बारे में बताएंगे जिसके बारे में आप लोग नहीं जानते होंगे । बता दें कि जयपुर का ये चमत्कारी मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है । यहां पर आस्था का ये आलम है कि यहां हर समय भक्तों की भीड लगी ही रहती है और लोग दूर-दूर से यहां पर अपनी मन्नत पूरी करने के लिए आते हैं । इस मंदिर के बारे में कई मान्यता प्रसिद्ध है । चलिए आज हम आपको इस सालों पुराने मंदिर के बारे में कुछ खास बातें बता दें ।
मंदिर के महंत के अनुसार, यहां स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा जयपुर के राजा माधोसिंह प्रथम की रानी के पीहर मावली से लाई गई थी । जानकारी के अनुसार, जिस समय इस मूर्ति को यहां पर लाया गया था उस समय ये मूर्ति करीब पांच सौ साल पुरानी थी । इस प्रतिमा को मावली से जयपुर पल्लीवाल नाम के एक सेठ लेकर आए थे और उन्हीं की देखरेख में मोती डूंगरी मंदिर का निर्माण हुआ था । मावली में ये मूर्ति मूल रूप से गुजरात से लाई गई थी ।
ऐसा है मंदिर का स्वरूप
यह गणेश मंदिर साधारण शैली से बना हुआ है । मंदिर के सामने कुछ सीढ़ियां और तीन दरवाजे बने हुए हैं । मंदिर के पीछे के भाग में मंदिर के पुजारी रहते हैं। यहां दाहिनी सूंड़ वाले गणेशजी की विशाल प्रतिमा स्थापित है । जिसको सिंदूर लगाया गया है जो कि काफी आकर्षक लगता है और आने वाले हर भक्त का मन मोह लेती है । यहां पर हर बुधवार के दिन नए वाहनों की पूजा करवाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है ।
कैसे पहुंचें
इस मंदिर में आने के लिए आपको राजस्थान के जयपुर में आना होगा इसके लिए आप ट्रेन, बस या फिर जयपुर एयरपोर्ट से भी आ सकते हैं । यहां पर हर प्रकार के साधनों की सेवा मौजूद है ।