किसान आंदोलन : मरोड़ देंगे केंद्र की अकड़, कर देंगे सब पवित्र
दिल्ली के यूपी बॉर्डर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सैकड़ों किसान जुटे हैं। एक किसान कहता है कि उनकी एक आवाज़ पर लाखों लोग आ जाते थे। अभी किसान बहुत व्यस्त है। गेंहू बो रहे हैं। गन्ना मिल में डल रहा है। थोड़ा सब्र करो। दिल्ली में पैर रखने की जगह नहीं मिलेगी। यहां मौजूद अशोक कुमार कहते हैं कि "तेल देखिए तेल की धार देखिए, सब पवित्र कर देंगे"। भारत बंद वाले दिन सिसौली में एक पत्ता नहीं खडका, इससे असर पता चलता है। थोड़ा सा समय बीतने दीजिए। दिल्ली ही सिसौली बन जाएगी!
किसान नेता राकेश टिकैत ने दावा किया था कि धान की फसल की बिक्री के बाद दिल्ली में किसान क्रांति आने वाली है और पंजाब के किसान एक सैलाब लेकर आयंगे। ऐसा ही हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन भी समझ चुकी है कि यह लंबी लड़ाई है। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजदीप सिंह जादौन कहते हैं कि इस बार 26 जनवरी की परेड में किसान ट्रेक्टर के साथ शामिल होंगे। सरकार की अकड़ को मरोड़ने का काम किसान करेगा। अब यह लड़ाई किसानो के अस्तित्व की भी बन गई है। किसान अब अपनी मांगों को बिना पूरा करवाएं, दिल्ली से नहीं लौटेगा, किसान पहले ही केंद्र सरकार के प्रस्तावों को खारिज कर चुका है, पराली पर भी किसान को कोई समझौता नहीं चाहिए ,12 तारीख को टोल फ्री कराया जाएगा और 14 तारीख को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा।