Paper Day: भारत में 75% कागज हो रहा है recycle
75% paper is being recycled in India |
फेडरेशन पेपर ट्रेडर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर आगरा कागज व्यापार मंडल की ओर से आयोजित गोष्ठी में मंडल के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने कहा कि पेपर डे का उद्देश्य कागज के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों और मल्टीनेशनल कंपनियों द्वारा कागज के बनाने में वनों का दोहन किया जाता है जैसे दुष्प्रचार को दूर करना है।जबकि वास्तविक स्थिति ये है कि कागज टिकाऊ भी है और नष्ट होने योग्य भी है। कोषाध्यक्ष मोहित गर्ग ने कहा कि भारत में उत्पादित काग़ज का 75 प्रतिशत भाग री-साइकिल द्वारा निर्मित है और 15 प्रतिशत भाग कृषि अपविष्ट के द्वारा निर्मित होता है। महज 10 प्रतिशत ही ऐसा है जो बांस या लकड़ी के द्वारा बनता है। कागज मिल जितने पेड़ काटती हैं उससे कही दस गुना वृक्षारोपण कर प्रकृति को संरक्षित भी करती है। गोष्ठी का संचालन मनोज जैन ने किया। महामंत्री विवेक जैन ने सभी का धन्यवाद दिया। गोष्ठी से पहले पर्यावरण के प्रति जागरूकता करते हुए सभी सदस्यों ने पौधारोपण किया।
ऐसे हुई शुरुआत
वरिष्ठ कार्यकारणी सदस्य विजय बंसल ने गोष्ठी में बताया कि भारतीय संविधान जिस काग़ज पर लिखा गया है वह काग़ज पूना की हैंड मेड पेपर इंडस्ट्री में बना था और इस फैक्टरी का उद्घाटन एक अगस्त को ही हुआ था। यही कारण है कि संपूर्ण भारत वर्ष में 1 अगस्त का दिन पेपर डे के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान मंडल के निवर्तमान अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, कपिल अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, मोहन स्वरूप जैन, राम गोपाल माहेश्वरी, महेश चंद गुप्ता, कृष्णलाल खेत्रपाल, अरविंद चौधरी, सनी बंसल आदि मौजूद रहे।