लड़कियां क्या सोचती हैं, क्या चाहती हैं, कैसे हंसती हैं, क्या खाती-पीती हैं, सब का ठेका इन्हीं ज्ञानियों के जिम्मे है. लड़कियों के बारे में लड़के और खुद लड़कियां भी ये 'स्टीरियोटाइप' जेहन में बैठा लेते हैं और उसे पत्थर की लकीर समझने लगते हैं. प्रेमियों के प्रेमी बाबा टिनटिन का मानना है कि नए दौर में इस बैगेज को पीछे छोड़े जाने की जरूरत है|
आइये जानते है...
1. बोलती बहुत है यार: अगर आपको लगता है कि हर लड़की बोलने वाली होती है तो इसका एक ही मतलब है कि चुप रहने वाली या संतुलित मात्रा में बोलने वाली कन्याओं से आपका पाला नहीं पड़ा है. ऐसी लड़कियां भी हैं जो जानती हैं कि उन्हें कब, कहां और कितना बोलना है|
2. शॉपिंग, शॉपिंग, शॉपिंग: टेंशन कम करने से लेकर ब्वॉयफ्रेंड के साथ लड़कियों की सबसे बड़ी जरूरत शॉपिंग को समझा जाता है. लड़कियों के हाथों में राशन के झोले की तरह लटकते हुए शॉपिंग बैग्स को उनकी पहचान से जोड़ लिया जाता है. पर दिल पर हाथ रखकर लड़कों को ये भी याद करना होगा कि उनके लिए सबसे प्यारी शर्ट, जीन्स किसी लड़की ने ही खरीदी होगी|
3. ड्राइविंग में लुप-लुप: धूम फिल्मों से प्रेरणा लेने वाले लोग लड़कियों को ड्राइविंग में बेहतर नहीं मानते हैं. पर ऐसे में हम सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला की अंतरिक्ष की यात्रा को भूला देते हैं|
4. पिंक मतलब लड़की: गुलाबी गालों को गुलाबी पोशाक से जोड़कर देखने वालों का मानना है कि लड़कियों का पसंदीदा रंग गुलाबी होता है. हिंदी फिल्मों और आर्चीज गैलरी का इसमें खासा योगदान है. पर गुलाबी रंग के फेर में आप अपनी प्रियतमा को काले रंग की खूबसूरत ड्रेस में देखकर भी लार टपका देते हैं|
5. नॉनवेज जोक्स: लड़कियों को नॉनवेज जोक्स पसंद नहीं हैं और बहुत से लड़के नॉनवेज जोक्स को अपनी प्रॉपर्टी समझने लगते हैं और मानते हैं कि लड़कियां बहुत नाजुक होती हैं. लेकिन जान लें कि नॉन जोक्स पर सिर्फ लड़कों का ही हक नहीं है, कुछ लड़कियां भी नॉन वेज जोक्स पसंद करती हैं|