नोएडा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश नीति के आधार पर चलता है, किसी की मर्जी से नहीं और उनकी सरकार ‘‘विकासोन्मुख सुशासन’’ के मंत्र के साथ देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने को कृत संकल्प है| दिल्ली मेट्रो की 12 किमी लंबी मेजेंटा लाइन का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए| प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में एक भी विषय ऐसा नहीं होगा जिसपर राजनीतिक रंग न लगा हो । इसलिये कभी कभी विकास के उत्तम कार्य भी हमेशा जनहित के तराजू में तौलने की बजाए राजनीतिक हितों के तराजू पर तौले जाते हैं ।
उन्होंने सवाल किया कि क्या राजनीतिक लाभ हो, तभी काम करना चाहिए ? राजनीतिक लाभ नहीं हो तब क्या देश को अधर में लटकने देना चाहिए ? मोदी ने कहा कि और इसलिये देश ने एक ऐसी सरकार चुनी है जो नीति पर चलती है, साफ नीयत से काम करना जानती है और आम लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने की नीयत से काम करना करना चाहती है । हमारे सारे कार्य आम लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने वाले हैं । उन्होंने कहा कि हमारे देश में हम कभी यह कहते हैं कि छोड़ो यार, ऐसे ही चलेगा । कभी कहते हैं कि हम तो गरीब देश हैं । कोई काम कराने जाओ.. तब पूछा जाता है कि मेरा क्या और उसकी स्वार्थ सिद्धि नहीं हुई तब वह कहेगा कि तुम जानो, तुम्हारा काम जाने । ‘‘ मेरा क्या, मुझे क्या । इस स्थिति को देश ने बर्बाद कर दिया है लेकिन मैंने भी इसे बदलने का बीड़ा उठाया है ।’’ कांग्रेस पर परोक्ष निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि यह देश समृद्ध और सम्पन्न देश है लेकिन देश की जनता को उस सम्पन्नता और समृद्धि से अलग रखा गया ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिये बारीकियों में देखा जाए तो ध्यान यह आता है कि समस्याओं की जड़ में एक महत्वपूर्ण कारण शासन व्यवस्था है । हमारी सरकार आने के बाद हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन की तपस्या से प्रेरणा लेते हुए सुशाासन के साथ देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने को कृत संकल्प हैं |
उन्होंने कहा कि यह देश नीति के आधार पर चलता है, किसी की मर्जी के आधार पर नहीं । और नीतियां लिखित में होती हैं । हम इस देश को अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के सपने के आधार पर आगे बढ़ा रहे हैं। ‘‘ हम सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हम विकासोन्मुख सुशासन को आगे लेकर बढ़ रहे हैं ।