आगरा: सुनील चित्तौड़ को 2012 में आगरा-अलीगढ़ मंडल का जोन प्रभारी बनाया गया था। उस समय बसपा की जिले में छह सीट थीं, इसके बाद 2014 में लोकसभा चुनाव हुए। इसमें बसपा की फतेहपुर सीकरी सीट भी चली गई। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा को नौ में से एक भी सीट नहीं मिली। इसके बाद से ही सुनील चित्तौड़ के खिलाफ कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूटने लगा। आगरा और अलीगढ़ में मंडलीय बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी को कमजोर करने और कार्यकर्ताओं को तवज्जो न देने के आरोप लगाए। इसके बाद हुए नगर निगम चुनाव में पैसे लेकर टिकट देने के आरोप लगे, विरोध प्रदर्शन होने पर जिलाध्यक्ष प्रमोद रैना को हटा दिया गया।
बसपा में आगरा-अलीगढ़ मंडल के जोन प्रभारी के पद पर छह साल तक रहे सुनील चित्तौड़ को हटा दिया है। उन्हें इलाहाबाद-मिर्जापुर जोन का प्रभारी बनाया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं के विरोध को भांपकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बड़ा बदलाव किया है। सोमवार को दिल्ली में बैठक के बाद जोन प्रभारी बदले गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के लिए आरोपों में घिरे पदाधिकारियों को हटाया जा रहा है। ऐसे में सुनील चित्तौड़ को अलीगढ़ से हटाकर सिर्फ आगरा का जोन प्रभारी बना दिया। अब आगरा से भी हटा दिया है। मुनकाद अली पर आगरा-अलीगढ़ मंडल के जोन प्रभारी की जिम्मेदारी है। आगरा मंडल के लिए प्रताप सिंह बघेल और हेमंत प्रजापति जोन प्रभारी हैं। जिलाध्यक्ष भारतेंद्र अरुण ने बताया कि सुनील चित्तौड़ की जगह नए जोन प्रभारी की घोषणा नहीं हुई है।