बेंगलुरु : वॉलमार्ट भारत में टेक्नॉलजी से जुड़ी जिम्मेदारियों के लिए करीब 1,000 लोगों की भर्ती करेगा। कंपनी ऐमजॉन जैसी अपनी प्रतिद्वंद्वी से मुकाबले में टेक्नॉलजी पर फोकस बढ़ा रही है। कंपनी गुड़गांव और बेंगलुरु से टेक्नॉलजी का काम संभालती है। वहां करीब 1,800 कर्मचारी हैं। वॉलमार्ट अपने एंप्लॉयीज की संख्या बढ़ाने के साथ भारत से और प्रॉडक्ट पेश करना चाहता है।
वॉलमार्ट के चीफ इंफॉर्मेशन ऑफिसर क्ले जॉनसन ने ईटी से कहा, 'एक मामले में हम काफी अलग तरीके से काम कर रहे हैं। हमारे पास वॉलमार्ट लैब्स हैं। आपके पास माय ग्रुप है जो ग्लोबल बिजनस सर्विस है। हम प्रॉडक्ट पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं। हमने पूरे प्रॉजेक्ट्स भी अपने हाथ में लिए हैं और प्रॉडक्ट की इंडियन ओनरशिप के लिए काम किया है।' टेक्नॉलजी से जुड़े कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने को लेकर वॉलमार्ट का कहना है कि इसकी दर इस इंडस्ट्री के स्तर के हिसाब से है।
कंपनी ने अपने 5000 अमेरिकी स्टोर्स के लिए वॉलमार्ट्स रिटर्न प्रोसेस जैसा प्रॉडक्ट पेश किया है। इसे पूरी तरह भारत में डिवेलप किया गया था। जॉनसन ने कहा कि वह इस बात का सटीक आंकड़ा नहीं दे सकते कि भारत में विकसित कितने प्रॉडक्ट्स का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमारे स्टोर्स में इंटरनेट-ऑफ थिंग्स के कई सारे काम होते हैं। इनमें कई एंड टु एंड प्रॉडक्ट्स का काम यहीं होता है।'
एनालिस्टों के मुताबिक वॉलमार्ट आईटी पर सालाना करीब 10 अरब डॉलर खर्च कर रहा है। इस तरह यह टेक्नॉलजी पर बेशुमार रकम खर्च करने वाली कंपनियों में शामिल है। लगभग हर आईटी सर्विस प्रोवाइडर इसकी क्लाइंट है। हालांकि एमेजॉन जैसी ईकॉमर्स कंपनियों ने कॉम्पिटीशन का लेवल ऊंचा कर दिया है। इसे देखते हुए वॉलमार्ट यह सुनिश्चित करने पर काम कर रहा है कि खर्च होने वाले पैसे की पूरी कीमत वसूल हो।
आईटी कंपनियां कह रही हैं कि उनकी बड़ी क्लाइंट्स डिजिटल सर्विसेज पर ज्यादा खर्च करने लगी हैं। वॉलमार्ट के जॉनसन ने कहा कि उनकी कंपनी ने भी खर्च में बदलाव किया है। उन्होंने कहा, 'खर्च करने का तरीका अब बदल चुका है। हमारा फोकस यह है कि कैसे प्रतिस्पर्धा में आगे रहा जाए। हम सिर्फ टेक्नॉलजी पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाली कंपनी नहीं बनना चाहते, बल्कि हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम सही टेक्नॉलजी पर अपना पैसा खर्च करें।'
साभार : नवभारत टाइम्स