दिल्ली : देश के 712 जिलों में कराए गए एक ऑनलाइन सर्वे में 57 लाख लोगों में से लगभग 48 पर्सेंट ने देश को आगे ले जाने के लिए एक नेता के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास जताया है। यह सर्वे राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से जुड़े एडवोकेसी ग्रुप इंडियन पॉलिटिकल ऐक्शन कमिटी (I-PAC) ने कराया है।
नेशनल एजेंडा फोरम के तहत I-PAC की ओर से कराए गए इस सर्वे में उत्तर देने वालों को 923 नेताओं में से चुनने का विकल्प दिया गया था। सर्वे में मोदी पहले स्थान पर रहे, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 11 पर्सेंट वोट के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 9.3 पर्सेंट वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को 7 पर्सेंट वोट मिले। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीएसपी प्रमुख मायावती क्रमश: 4.2 पर्सेंट और 4.1 पर्सेंट वोट के साथ क्रमश: पांचवें और छठे नंबर पर रहीं।
सर्वे में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, सीपीएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कई अन्य राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक चेहरों को जगह दी गई थी। सर्वे में शामिल होने वालों ने महिला सशक्तिकरण, किसानों की समस्या, आर्थिक असमानता, छात्रों की समस्याओं, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, साम्प्रदायिक एकता को देश के लिए प्रमुख मुद्दा बताया। इसमें बॉलिवुड अभिनेता अक्षय कुमार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पत्रकार रवीश कुमार की पहचान ऐसे लोकप्रिय व्यक्तियों के तौर पर की गई जिन्हें राजनीति में होना चाहिए।' सर्वे सोमवार को जारी किया गया। यह किशोर से जुड़ी सिटीजंस फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस की ओर से 2013 में कराए गए सर्वे के समान है, जिसमें मोदी को देश का सबसे पसंदीदा नेता बताया गया था।
हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि यह ऑनलाइन सर्वे है और इसकी अपनी बंदिशें हैं, क्योंकि देश का एक बड़ा हिस्सा, विशेषतौर पर ग्रामीण भारत का इस तरह के सर्वे में शामिल होना मुश्किल है। हालांकि, I-PAC के सदस्यों ने कहा कि इस ऑनलाइन सर्वे का मकसद जनसंख्या के उस हिस्से तक पहुंचना था, जिसकी इंटरनेट तक पहुंच है। किशोर किसी समय मोदी की टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य थे और उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी जुड़े थे।
साभार : नवभारत टाइम्स