आगरा : आज जनपद आगरा के तारघर ग्राउण्ड में आयोजित कार्यक्रम में लगभग रू0 1422.83 करोड़ की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास केन्द्रीय मंत्री जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा पोत परिवहन नितिन गडकरी ने किया। इन परियोजनाओं में नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत आगरा नगर में समीकृत सीवरेज परियोजना जिसकी लागत रू0 857.26 करोड़ तथा अमृत योजना के अन्तर्गत आगरा नगर के वेस्टर्न सीवरेज जोन में सीवर लाइन बिछाने के कार्य जिसकी लागत रू0 353.57 करोड़ तथा आगरा-जलेसर मार्ग खण्ड के प्रथम फेज की राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का कार्य जिसकी लागत 212 करोड़ सम्मिलित है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री जल संसाधन ने कहा कि उन्हें आज इस बात की खुशी है कि यमुना के जल प्रदूषण से लेकर अमृत योजना तक लगभग रू0 1 हजार करोड़ की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत रू0 26 हजार करोड़ की कुल 265 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। जिसमें अभी तक 65 परियोजनायें पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रयागराज में जब श्रद्धालु जाते हैं और गंगा में स्नान कर उनसे इस बात की जिक्र करते हैं कि पहली बार गंगा का पानी इतना शुद्ध व स्वच्छ है, इसके लिए वे मा0 प्रधानमंत्री व उन्हें धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत गंगा नदी के साथ ही यमुना के जल को शुद्ध व साफ करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पानीपत, सोनीपत व मथुरा सहित अन्य स्थलों पर काफी कार्यों का शुभारम्भ उनके द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां से प्रयागराज तक जाने वाली यमुना नदी में जिन-जिन जगहों पर प्रदूषण होता है, उन-उन जगहों पर यमुना को शुद्ध करने के लिये कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गंगा की 40 उप नदियों को शुद्ध करने हेतु इन्हें नमामि गंगे कार्यक्रम में लिया गया है। उन्होंने कहा कि आज से सवा साल के अन्दर यमुना नदी का पानी इतना शुद्ध होगा कि पानी का उपयोग पीने के लिये किया जा सकेगा, ऐसा अवसर प्राप्त होगा।
केन्द्रीय मंत्री जल संसाधन ने कहा कि रू0 4500 करोड़ लागत की कुल 12 प्रोजेक्ट पर दिल्ली में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना को प्रदूषित करने वाले छोटे-छोटे गाँव का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज मथुरा के सीवरेज का पानी इण्डियन आयल को बेंच दिया गया है, जिससे 19 करोड़़ रू0 प्रति वर्ष की रायल्टी मिलेगी। जिससे ऑपरेशनल व मेन्टीनेन्स का कार्य 15 साल तक किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वे नागपुर से सांसद हैं, जहां पर उन्होंने 5 साल पूर्व शहर के शौचालय का पानी रिसाइकिल करके बेंच दिया गया था, जिससे महानगर पालिका को 79 करोड़ प्रति वर्ष की रॉयल्टी मिलती है। उन्होंने कहा कि उन शौचालय के सॉलिड वेस्ट को बेचने के लिये एमओयू किया गया, जिससे बायोगैस बनाने का कार्य किया जायेगा। इससे 200 बसों का संचालन किया जा सकेगा। उन्होंने इस प्रकार के कार्य महापौर आगरा से करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आगरा के सीवर के पानी को रिसाइकिल कर बेंच दिया जाय, जिसका उपयोग प्ले ग्राउण्ड व गार्डेंन आदि में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मथुरा के सीवरेज के पानी को बेचने से 2 करोड़ लीटर पानी की बचत होगी।