आगरा : उत्तर प्रदेश का विकास तेजी से हो रहा है फिर भी इसके विकास को अभी और गति देने की जरूरत है। साहित्य, कला, संस्कृति, उद्योग और पर्यटन क्षेत्र में विकास के लिए बहुत योजना बननी चाहिए। यह विचार वैचारिक जागरण मिशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित एक विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने व्यक्त किए। यह गोष्ठी वैभव पैलेस में बुधवार को उत्तर प्रदेश दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित की गई । जिसका शुभारंभ मुख्य वक्ताओं ने दीप प्रज्वलन कर किया।
वैचारिक जागरण मिशन ट्रस्ट की संस्थापक अध्यक्ष प्रतिभा जिंदल ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश का नामकरण किया गया था । उसके बाद से इसकी किसी ने सुध नहीं ली। योगी आदित्यनाथ ने जब मुख्यमंत्री पद संभाला उसके बाद में उन्होंने 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस मनाने की घोषणा की। ताकि इस दिन इसके विकास का संकल्प लिया जा सके।विकास के लिए नई नई योजना बनाई जा सकें। इसी उद्देश्य को लेकर यह गोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर संत अरविंद जी महाराज, समाजसेवी पूरन डावर, समाजसेवी और लघु उद्योग भारती के राकेश गर्ग, एमएसएमई के सहायक निदेशक मुकेश शर्मा, प्रिंसिपल खाद्यान्न साइंस अवध नारायण त्रिपाठी, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक अवध किशोर सिंह, साहित्यकार शीलेंद्र वशिष्ठ, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सुधीर धाकरे आदि ने विचार व्यक्त किए।