राम बाबू शर्मा, जयपुर
जयपुर : वैसे तो जयपुर में कई सारी देखने की चीजें मौजूद है लेकिन फिर भी हम आज हम आपको जयपुर के एक ऐसे प्रसिद्ध मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर आकर सब लोगों की मन्नत पूरी हो जाती है । आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसका नाम है खोले के हनुमान जी का मंदिर। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में जो मूर्ति है वो अपने आप ही यहां पर प्रकट हुई थी और उसके बाद इस मंदिर का निर्माण करवाया गया । जयपुर के बारे में एक और बात जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है वो ये है कि इस शहर को मंदिरों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है । इस मंदिर के बारे में ऐसा भी बताया गया है कि इस मंदिर को एक साहसी ब्राहम्ण ने खोज निकाला था । इस ब्राहम्ण का नाम था राधेलाल चौबे । साल 1961 में पंडित राधेलाल चौबे ने ही इस मंदिर का निर्माण करवाया था । इस मंदिर के एक परिसर में पंडित राधेलाल चौंबे की भी संगमरमर की मूर्ति बनाई गई है।
मंदिर का इतिहास
भगवान हनुमान, एक हिंदू देवता, शारीरिक शक्ति, दृढ़ता और भक्ति का प्रतीक का माने जाते हैं । खोले के हनुमान जी लक्ष्मण डूंगरी, दिल्ली बाईपास, जयपुर में स्थित सर्वशक्तिमान भगवान हनुमान का मंदिर है । मंदिर के पुजारी के अनुसार बताया जा रहा है कि, खोले के हुनमान जी का मंदिर राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है । यहां पर जो मूर्ति है वो पर्वत के एक खोल में से निकली थी जिसके उपर इस मंदिर का नाम खोले के हुनमान जी का मंदिर रखा गया है ।
मंदिर में अमीर से गरीब व्यक्तियों को मंदिर की सुंदरता की वजह से नहीं, विस्मय और मंदिर के विश्वास से समृद्ध कर रहे हैं । इस मंदिर के बारे में एक और बात है जो सबसे प्रसिद्ध है वो ये है कि इस मंदिर में लोग भूत बाधा को भी दूर करने के लिए आते हैं । इस मंदिर में अमीर गरीब दोनों ही वर्ग के लोग आते हैं और अपनी मन्न्त को पूरी करते हैं । इस मंदिर की सुंदरता देखने को बनती है । इस मंदिर में प्रात: 5 बजे से रात को 9 बजे तक दर्शन कर सकते हैं ।