लापरवाही : 22 दिन पहले से थी प्रशासन को हॉस्पिटल में अनहोनी होने की जानकारी
लापरवाही : 22 दिन पहले से थी प्रशासन को हॉस्पिटल में अनहोनी होने की जानकारी
आगरा : 22 दिन पहले 17 मई को भर्थना, इटावा निवासी राजू यादव ने एसएसपी आगरा को 26 अप्रैल की रात 27 मरीजों को ऑक्सीजन नहीं देकर हत्या के आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। ये हम बात कर रहे है श्री पारस अस्पताल के संचालक डॉ. अरिन्जय जैन का वीडियो वायरल होने से पहले की। इससे साफ़ होता है की प्रशासन को इस की भनक पहले ही लग चुकी थी पर फिर भी वो डॉ. अरिन्जय जैन बचाती हुई नज़र आयी। पुलिस की लापरवाही का आलम ये था कि तहरीर पर न जांच की, न कोई मुकदमा लिखा।
राजू यादव ने बताया कि उनके 30 वर्षीय बहनोई रिंकू की 27 अप्रैल को मौत हो गई। 15 अप्रैल को उन्हें बुखार आया था। 16 अप्रैल को स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। 19 अप्रैल को श्री पारस अस्पताल में भर्ती किया। 26 अप्रैल तक 1.10 लाख रुपये बिल बना। करीब 50 हजार रुपये जांचों में खर्च हुए। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल की रात मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं की गई। 27 अप्रैल को मेरे बहनोई की मृत्यु हो गई। हमें कोविड से मृत्यु का प्रमाणपत्र दिया। उन्होंने कहा कि मेरे बहनोई सहित उस रात 27 लोगों को ऑक्सीजन न देकर हत्या की गई।
जांच टीम 2 दिन में देगी रिपोर्ट
सीएमओ डॉक्टर आर.सी पांडे ने बताया पारस हॉस्पिटल में हुई मौतों के लिए 2 सदस्य टीम का गठन किया है यह टीम 2 दिन में उन्हें जांच रिपोर्ट देगी मामले की जांच करने के लिए एसीएमओ डॉ वीरेंद्र भारती और डॉ. संजीव वर्मन नियुक्त किया है। फ़िलहाल जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सीएमओ डॉ आरसी पांडे ने अस्पताल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।