मिडनाइट बाजार में माहिलाये खरीद रही खड़े और कुटे मसाले
रावी इवेंट्स के प्रबंध निर्देशक मनीष अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान के स्पेशल अचार की स्टॉल पर बांस का अचार, टेटि, लिसोड़े, जिमीकंद, अगस्ती, आंवले, करेले, हींग, आम-चना मिक्स अचार सहित 56 तरह के अचार उपलब्ध है। आरव स्टेशनरी की दुकान पर बच्चो के लिए फेंसी पेन्सिल, हेंडिल वाला कटर, क्लेस, युनिकोन पेंसिल आदि आकर्षण का केंद्र है। मुरादाबाद से आये अज़ीम कि तांबे की पानी की बोतल, बियर बोतल, जग, वाटर कूलर, शेम्पियन आदि भा रहे है जो हिन्दू मान्यताओं में तांबे के वर्तन में पानी पीने से मधुमेह, थाइराइड, वैक्टीरिया कैंसर व त्वचा सम्बंधित रोगो में लाभदायक है |
मेला समन्वयक अमित सूरी ने बताया कि मिडनाइट बाजार में मसालो का भी बाजार गर्म है जिसमे खड़े मसाले, कुटे मसाले, गर्म मसाले, चाय मसाले आदि पर दी जा रही छूट लोगो को आकर्षित कर रही है | सिद्दी विनायक नाम की इस स्टाल पर चायनीज मंचूरियन, फ़्राईड राइस, चाइनीज़ सूप और इंदौरी पोहा का स्वाद खूब लिया जा रहा है। माँ चामुंडा क्लीनर की स्टॉल पर दीपावली पर साफ़-सफाई से घर को महकाने के लिए क्लीनिंग प्रोडक्ट की खुशबु लोगो में अधिक पसंद की जा रही |
महिलाओ के लम्बे बाल करने को मिल रहा आयुर्वेदिक तेल
मैसूर कर्नाटक से आयी रौशनी बाल झड़ने की समस्या से परेशान महिलाओ को लम्बे बाल करने के आयुर्वेदिक तेल से लुभा रही है | मेले में शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए दिल्ली फिटनेस हेल्थ मेट की स्टाल फेट घटाने की फुट मसाज मशीन से लोगो को लुभा रही है।
हिन्दी उपन्यासों पर विचार गोष्ठी
कला साधिका समिति एवं संरचना साहित्य पटल के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में हिन्दी उपन्यास तब और अब' एवं 'हिन्दी के सामाजिक उपन्यासों में युग चेतना एवं जीवन दर्शन' विषय पर चर्चा की गई। डॉ० मधु भारद्वाज ने कहा, समय का प्रभाव हिन्दी उपन्यास पर भी पड़ा है। आजादी के पश्चात उपन्यास यथार्थ पर आधारित हो गया है, क्योंकि समाज की अंदरूनी समस्याएं हैं, जिनका समाधान उपन्यासकार और पाठकों को मिलकर करना है।
वरिष्ठ कवियत्री नूतन अग्रवाल ने कहा कि उपन्यास तब और अब का यदि तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो कुछ भी नया नहीं है, सब कुछ पहले ही लिखा जा चुका है। कवि कुमार ललित ने कहा कि उपन्यास जीवन की बहुमुखी छवि के साथ-साथ सृजनात्मक कल्पना की भी अपार शक्ति होती है। कवि परमानन्द शर्मा, अशोक अश्रु, अलका अग्रवाल और भानुप्रताप सिंह ने भी गोष्ठी में अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन प्रदर्शनी संयोजक आदर्शनंदन गुप्त ने किया।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारीयो ने किया नशामुक्ति पर कर रही जागरूक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी बहनो द्वारा आगरा महोत्सव में नशा मुक्ति पर लोगो को जागरूक किया जा रहा है। बहन ममता धवन अपनी टीम के साथ मिडनाइट में आने वाले सभी लोगो को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में बता रही है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मीडिया प्रभारी विमल कुमार, अनुज परमार, मुनेंद्र सिंह, दिलीप कुमार, सूरज कुमार, विनय सिन्हा, कुलदीप भदौरिया, अश्वनी वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।