बेड़ी पार लगाय झूलण भजन पर जमकर थिरकी महिलाएं
आगरा : ढोल नगाड़ो की धून और सिंधी छेज पर फूलो की होली खेलती महिलाएं, जय झूलेलाल के गूंजते जयकारों के बीच होता झूलेलाल साईजी के स्वरूप का मंगल प्रवेश। ये अवसर था जयपुर हॉउस स्थित झूलेलाल भवन पर रॉयल सिंधी लेडीज क्लब की ओर से नववर्ष चेटीचंड के मौके पर ज्योति संगम कार्यक्रम का। झूलेलाल साईजी के पूजन के लिए सिंधी परंपरा के अनुरूप उत्तर भारत में पहली बार ऐतिहासिक 65 बहराना साहिब ज्योति संगम का आयोजन किया गया। झूलेलाल जयंती महोत्सव की शुरुआत अध्यक्ष संगीता खुशलानी, सचिव जान्हवी बजाज, कोषाध्यक्ष हेमा खूबचंदानी और दीपा लालवानी ने झूलेलाल साईजी की प्रतिमा के समक्ष पावन ज्योत जगाकर की।
सभी महिला सदस्यों ने झूलेलाल की पूजा की। साई गुरमुखदास उदासीन और साई दीपक उदासीन की मधुर वाणी ने सिंधी भजनो पर सभी को नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। ज्योति खुशलानी द्वारा तहरी और कोहर का भोग लगा कर प्रसाद वितरित किया गया। सभी सदस्यों ने मिलकर बहराना साहिब की ज्योति का विसर्जन मंदिर में कृत्रिम यमुना में किया। क्लब की सदस्यों द्वारा झूलण भन्ड़ारा का आयोजन भी किया गया।
सिंधी भजनो पर झूमी महिलाएं
ललिता करमचंदानी और अंजली खुशलानी ने मुहिंजा झूलण घर में आयो मां त नचा ती, छेरुं पाये छेजुं पाया मां त नचा ती, बेड़ी पार लगाय झूलण तू मुहिंजो आधार झूलण, लाल मुहिजी पत रखियो भला झूलेलालण, वाह वाह सिंधी वाह वाह जैसे कई पंजड़ गाकर झूलेलाल के भजनो की झड़ी लगा दी। इस अवसर पर प्रमुख रूप से पद्मा कलवानी, जया मखीजा, नीतू लेखवानी, कशिश नैनानी, मनीषा कल्यानी, विनीता वाधवानी,जया वनवारी, वन्दना करमचन्दानी, वर्षा धर्मानी, सोनिया मोहनानी, कंचन आहुजा, हिमानी शीतलानी, स्वाति मन्घरानी, ममता खट्टर, निशा नज़कानी आदि मौजूद रही।