गारमेंट फेयर के अंतिम दिन तक हुए लगभग 250 करोड़ के ऑर्डर बुक
मुख्य अतिथि बेबीरानी मौर्य ने कहा कि गारमेंट उद्योग से बड़ी संख्या में महिलाओ को रोजगार मिलता है। ऐसे आयोजनों में लघु व बड़े उघमियों का सीधा संवाद होता है | आगरा की पहचान पेठे और जूते के रूप में जानी जाती है आगामी भविष्य में आगरा शहर वस्त्र उद्योग के नाम से जाना जाएगा।
लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने कहा कि लघु उद्योग भारत के आर्थिक विकास कि रीढ़ की हड्डी है | आगरा में औद्योगिक विकास की टी.टी जेड के कारण धीमी गति है | गैर प्रदुषणकारी उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वस्त्र उद्योग आगरा में बढ़ रहा है |
संगठन अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा कि तीन दिवसीय मेले में सभी व्यापारियों व निर्माताओं के साथ परिवार जैसा लगने लगा था अगले फेयर में फिर से आने के वादे के साथ विदा हुए है। बस्ती, बलिया, बहराइच, देहरादून, मेरठ, शिकोहाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ, हाथरस, इटावा, झांसी, टीकमगढ़, मैनपुरी कोटा, ललितपुर, महोबा, बाँदा आदि शहरो से नए व्यापारी ग्राहको ने मेले में बड़ी मात्रा में स्टॉल धारको को आर्डर बुक कराये। अब तक मेले में पन्द्रह सौ रिटेल ग्राहकों ने शिरकत की।
सचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि उम्मीद से ज्यादा व्यापार फेयर के दौरान वस्त्र निर्माताओं ने किया। हमें ख़ुशी है कि हमने अपने 200 करोड़ के अनुमानित व्यापार के लक्ष्य को पार कर लगभग 250 करोड़ के रेडीमेड गारमेंट के ऑर्डर बुक किये। समापन समारोह की अध्यक्षता संतोष कुमार और ललित मंगवानी ने की। मेले की व्यवस्था अमित अरोरा ने संभाली। मंच संचालन प्रदीप माहेश्वरी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सोनू मखीजा ने दिया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष विशाल अग्रवाल, संगठन मंत्री सन्तोष मखिजा, फुरकान अली, जगदीश पोप्तानी, मुकेश अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, सचिन जैन, आयुष गर्ग, अनिल कुकरेजा, सोनल जैन आदि मौजूद रहे।
मेले में बने नए ग्राहक
इस बार मेले में शिवपुरी, धामपुर, हल्द्वानी, बरेली, रामपुर के साथ आगरा की कई बुटीक के दुकानदार संगठन को नए ग्राहक के रूप में मिले। पहली बार आये ग्राहकों ने मेले को खूब सराहा और आगामी मेले को जल्दी लगाने की संगठन से गुजारिश भी की।
मोटे दूल्हे भी पहन सकेंगे शेरवानी
बाहरी खानपान से अधिकतर लोग मोटे हो गए है और अब शादी पर शेरवानी पहनने की चाहत हर नौजवान की होती है इसका ध्यान रखते हुए अब मोटे लोगो के लिए भी 5 एक्स एल तक साईज़ तक की शेरवानी के आर्डर भी अब वस्त्र निर्माताओ को आने लगे है।
बुक हो रहे छः माह के बच्चो के नाइट शूट
छोटे बच्चो के कपड़ो में मेले में छः माह के बच्चो के नाइट शूट की 40 प्रतिशत बुकिंग हुई। बच्चो के कपड़ो में इस बार सैकड़ो की संख्या में नए डिजाइन लोगो की पसंद बने हुए है।