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एक छत के नीचे सिमटी नजर आई विश्व के जूता उद्योग की दुनियां


आगरा। फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपाेर्टर्स चेंबर (एफमेक) द्वारा आयोजित मीट एट आगरा मीट की शुरुआत आगरा ट्रेड सेंटर सींगना में हो चुकी है। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, महासचिव राजीव वासन, कैप्टन एएस राना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल वर्चुअल माध्यम से आयोजन में शामिल जुए उन्होंने जूता कारोबारियों को संबोधित करते हुए आगरा के जूता उद्योग की विश्व में पहचान को लेकर सरहना की।

दिल्ली, चेन्नई में भी लगता है जूता फेयर

दिल्ली और चेन्नई में भी जूता फेयर का आयोजन होता है। चेन्नई का फेयर बड़ा है और ये 31 जनवरी से चार फरवरी तक हर वर्ष लगता है। दिल्ली में इस वर्ष आयोजन नहीं हो सका था। इसके साथ ही इटली, हांगकांग और चीन में इस तरह के फेयर होते हैं। इटली फेयर की तर्ज पर आगरा का फेयर लग रहा है। वहां 500 से एक हजार तक स्टाल लगते हैं। जल्द ही हम उससे बेहतर लगाएंगे।

एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि कारोबार ने निरंतर प्रगति की है। अब हम जूता बनाने के साथ ही कंपोनेंट, मशीनरी आदि क्षेत्र में भी बेहतर काम कर रहे हैं। पहली मीट एट आगरा के समय हम 1200 करोड़ का कारोबार करते थे, जबकि अब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक पहुंच चुका है। आगरा में पांच हजार छोटी, बड़ी जूता इकाईयां हैं |

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इस दौरान पीयूष गोयल ने एफमेक को मीट एट आगरा लेदर फुटवियर कंपोनेंट एण्ड टेक्नोलॉजी फेयर को ताजनगरी में लगाने की शुभकामनाएं देते हुए प्रो बघेल के प्रयासों को सराहा सात हजार इकाई आगरा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जुड़ी हुई है इंडस्ट्रीज के लोग हजारो लोगों को रोजगार देने के लिए कार्यो को सराहा हजार पेयर से 480 मजदूर जुड़ते है ताजनगरी में फुटवियर क्षेत्र की बेहेतरी के लिए कार्य होगा पीएलआई कमेटी विश्व के 13 फीसदी चमड़े का उत्पादन भारत मे होता है विश्व मे दूसरे नम्बर पर फुटवियर का उत्पादन भारत मे होता है बड़े बड़े ब्रांड के जूते भारत मे बनते है इंडस्ट्रीज के लोग इस क्षेत्र में कार्य करेंगे एनआईडी अगर इसमें कुछ सहयोग कर पाए तो इसके प्रयास भी किये जायेंगे नॉन लेदर फुटवियर के शूज बनाने होंगे आगरा में छोटे स्तर पर कलस्टर बनाने की प्रयास होंगे। इस मौके पर एफमेक महासचिव राजीव वासन, एफमेक कन्वीनर कैप्टन एएस राना, सचिव ललित अरोड़ा, प्रदीप वासन, जीतेन्द्र त्रिलोकानी, सुधीर गुप्ता, चंद्र शेखर जीपीआई आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।