नयी दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक शिकायत दर्ज किये जाने के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के 52 विधायकों ने ‘आत्मसमर्पण’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर की ओर मार्च किया लेकिन उन्हें एक किलोमीटर से भी पहले हिरासत में ले लिया गया। इन विधायकों में दिल्ली सरकार के छह मंत्री भी थे जिन्हें सात, रेसकोर्स रोड पर प्रधानमंत्री के आवास के आसपास उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में लागू निषेधाज्ञा को तोड़ने के मामले में हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने कहा कि वह कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगी। पुलिस ने रेसकोर्स मेट्रो स्टेशन के बाहर विधायकों को हिरासत में लिया और संसद मार्ग थाने ले गयी। कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 67 विधायक हैं। आप सरकार और केंद्र के बीच ताजा टकराव की स्थिति गाजीपुर मंडी के व्यापारियों द्वारा सिसोदिया के खिलाफ एक शिकायत के बाद बनी। शिकायत में आरोप लगाया गया कि उपमुख्यमंत्री ने उन्हें धमकाया। इससे पहले कल ही छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोपों में आप विधायक दिनेश मोहनिया को गिरफ्तार किया गया था।
मार्च की अगुवाई कर रहे सिसोदिया ने कहा, ‘‘मैं मोदी जी से केवल यह कहने गया था कि दिल्ली की जनता के लिए हमें काम करने दें। अगर आपको हमें गिरफ्तार करने का शौक है तो कीजिए। उनके पुलिस से हमें गिरफ्तार करने के लिए कहने से पहले हमने कह दिया था कि आपको विधायकों से दुश्मनी है, हमें गिरफ्तार कीजिए। लेकिन दिल्ली के कामकाज में अवरोध नहीं डालें।’’