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उप्र की 6 नदियों को पुनर्जीवित किया जायेगा: सिंचाई मंत्री


आगरा : उत्तर प्रदेश के मंत्री सिंचाई एवं सिंचाई यान्त्रिक धर्मपाल सिंह ने आज विभागीय अधिकारियों की बैठक व प्रेस वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री जी को शपथ लिए आज एक वर्ष पूर्ण हो गये है। गंगा, घाघरा, सरयू, गण्डक, राप्ती आदि नदियों में स्थलों को पवित्र करने का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार नदियों के संरक्षण पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इसे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रुप में घोषित किया जाएगा। इसमें नौकायन का भी कार्य किया जाएगा। सौन्दर्यीकरण को बढ़ावा व मनमोहक वातावरण बनाया जाएगा। इसमें नौकायन व पर्यटन की दृष्टि से लगभग 05 हजार यात्री रोज बाहर से आयेगें और आगरा का चहुँमुखी विकास होगा, साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन का भी विकास होगा।

उन्होने कहा कि वर्षा कम होने तथा पानी की महत्व के दृष्टिगत प्रदेश में 06 नदियों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें पुनर्जीवित किया जाएगा। इससे जो वर्षा का पानी बह जाता था, वह नदियों में आ जाएगा तथा इससे बाढ़ पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा। इसके तहत् एक-दूसरे नदियों के पानी को स्थानान्तरित भी किया जा सकेगा। प्रदेश में जो बाढ़ विनाशकारी होती थी, वह बाढ़ उ0प्र0 की जनता के लिए लाभकारी होगी। इन 06 नदियों में गोमती, तमसा, वरुणा, सई, अरैल तथा सोत नदियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि नदियों की खुदाई से भूगर्भ जलस्तर ठीक होने के साथ ही सिंचाई कार्य व जानवरों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था हो सकेगी। 

ये रहे मौजूद 
विधायक राम प्रताप चौहान, योगेन्द्र उपाध्याय, हेमलता दिवाकर, भाजपा नगर अध्यक्ष विजय शिवहरे, अधीक्षण अभियंता सिंचाई नरेश चन्द्र उपाध्याय, नलकूल मनोज कुमार