आगरा : लम्बे इंतजार के बाद आज जिला पंचायत परिसर में अविश्वास प्रस्ताव की बहस और मतदान होना था। लेकिन अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सदस्य शुक्रवार सुबह बस में भरकर पंचायत परिसर पहुंचे तो उन्हें मुख्य द्वार पर रोक दिया गया। पुलिस प्रशासन का कहना था कि पहचान पत्र दिखाकर सिर्फ सदस्य ही अंदर जा सकते हैं। कोई सहयोगी या बस परिसर के अंदर नहीं जाएगी। जिसके चलते सदस्यों ने जमकर हंगामा काटा और पुलिस प्रशासन के विरुद्व नारेबाजी की।
बैठक छोड़ कर उठे सिविल जज
सदस्यों के आपस में बहस पर और कोरम पूरा नहीं होने पर सिविल जज शैलेंद्र कुमार बैठक छोड़कर जा चुके हैं। इस दौरान उनकी पुलिस अधिकारियों से तीखी बहस भी हुई। जिला पंचायत में तख्त पलट को लेकर चल रही कसरत में नया मोड़ आ गया है। साढ़े दस से साढ़े 12 बजे तक सिविल जज के समक्ष बैठक होनी थी। लेकिन पौने 12 बजे तक सदस्यों को प्रवेश ही नहीं मिला। प्रवेश के लिए विरोधी प्रवेश के लिए ही जूझता रहा। यहाँ 12.30 बजे से 1.30 बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया था लेकिन विरोधी खेमे को पौने 12 बजे तक परिसर में ही प्रवेश नहीं मिला है।