प्रकाश चंद्रा, दिल्ली
दिल्ली : दो दिन से हो रही लगातार बरसात का कहर इंद्री के गांव कलसोरा के दलित परिवार पर रात को आफत बनकर टूटा है| बरसात के कारण रात को मकान में सो रहे गुलजार के बच्चे व उसकी माता पर मकान की छत टूट कर गिर गई । मकान मैं सो रहे परिवार के लोगों के मकान में दब जाने का शोर सुनकर पड़ोसियों ने उन्हें मकान से बाहर निकाला| मकान गिर जाने के कारण मकान के अंदर का सामान टूट कर नष्ट हो गया तथा मकान में सो रही महिला व बच्चों को हल्की चोट भी लगी| रात को अचानक मकान के ढह जाने से गरीब परिवार के सर से छत का साया भी उठ गया| इस गरीब परिवार को रात पड़ोसियों के घर में गुजारने पड़ी|
गांव के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार दलित परिवार से संबंध रखने वाली कलसोरा गांव की पंच सीमा देवी पत्नी गुलजार सिंह का मकान बेहद खस्ताहाल में है| उसका एक ही मकान होने के कारण वह परिवार सहित उसी में रह रहा है| 2 दिन से हो रही बरसात के कारण उसके मकान की छत रात को मकान में सो रही गुलजार की माता दर्शना देवी व बेटी तमन्ना देवी के ऊपर टूट कर गिर गई| मकान की छत गिरने से छत के नीचे दबे परिवार के इन लोगों ने शोर मचाया तो पड़ोसियों ने आवाज सुनकर मौके पर पहुंचकर उन्हें बाहर निकाला| मकान की हालत देखकर वह इस गरीब परिवार को अपने घर ले गए और रात भर उसी मकान में गुजारी|
ग्राम पंचायत की पंच एवं पीड़ित सीमा देवी ने कहा कि रात को मकान में उसकी सास दर्शना देवी हुआ उसकी बेटी तमन्ना सो रही थी| मकान की छत रात को इनके ऊपर गिर गई और यह नीचे दब गए| पड़ोसियों ने इन्हें बाहर निकाला| इस घटना में मकान में रखा सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया| उन्होंने मांग की कि सरकार उनकी कमजोर माली हालत को देखते हुए उन्हें सहायता प्रदान करें|
गांव कलसोरा के प्रदीप काला नकली राम, रिंकू आदि ने बताया कि सीमा पत्नी गुलजार सिंह की आर्थिक हालत बहुत खराब है तथा इस गरीब परिवार पर रहने के लिए अच्छी स्थिति का मकान भी नहीं है| इन लोगों ने यह भी बताया कि गांव में अन्य गरीब लोगों के पास में पर्याप्त स्थिति के मकान नहीं है तथा सरकार उन्हें मकान बनाने की सहायता भी प्रदान नहीं कर रही है| इन लोगों ने सरकार से आर्थिक मदद कर गरीब लोगों की सहायता करने की मांग की ताकि गरीब लोग किसी भी विपदा में मकान में दबकर मरने से बच जाए |
उपमंडल अधिकारी सुमित सिहाग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद संबंधित अधिकारियों को मौके की स्थिति की जांच के आदेश दे दिए जाएंगे| उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार के इस बारे में आवेदन करने पर उन्हें नियम अनुसार सहायता प्रदान कराने का प्रयास किया जाएगा|