ऑनलाइन आयोजित हुई काव्य गोष्ठी
आगरा : रमा वर्मा श्याम के इन शब्दों को चरितार्थ करती ‘साहित्य साधिका समिति,आगरा ‘की हिन्दी के उन्नयन और शिक्षकों के सम्मान को समर्पित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में हैदराबाद की डॉ०कुमुदबाला अध्यक्ष रहीं और मुख्य अतिथि रहीं बाँसवाड़ा(राजस्थान)की डॉ० दीपिका राव एवं विशिष्ट अतिथि फ़र्रुख़ाबाद की कमलेश त्रिवेदी। इनके साथ ही शांति नागर, डॉ० नीलम भटनागर, रमा वर्मा श्याम और डॉ० सुषमा सिंह ने कार्यक्रम को गरिमामय बनाया । यशोधरा यादव ने कुशल एवं रोचकता से परिपूर्ण संचालन किया। डॉक्टर रमा रश्मि ने सरस्वती वन्दना को स्वर दिए। डॉ० रेखा कक्कड़, डॉ०भावना, डॉ० मिथिलेश पाठक, डॉ शशि सिंह, मीरा परिहार, विजया तिवारी , डॉ० मीता माथुर, माया अशोक, रिचा गुप्ता, अंकिता कुलश्रेष्ठ, प्रेमलता मिश्रा, डॉ० मधु त्रिवेदी, राजश्री यादव, डॉ० मधु भारद्वाज, राज कुमारी चौहान, डॉ० ममता भारती , प्रार्थना मिश्रा, मनीषा सिंह , मंजु यादव, रेखा शर्मा, रितु गोयल, अर्चना शर्मा, डॉ०प्रभा गुप्ता, साधना वैद आदि ने हिंदी और शिक्षक की स्थिति और महिमा का गान किया ।
अंग्रेज़ी की मानसिक ग़ुलामी को हिन्दी के विकास के मार्ग में सबसे बड़ा रोड़ा माना गया । देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता को हिन्दी का सर्वाधिक सबल पक्ष माना गया ।आज के परिवेश में शिक्षक को और अधिक सजग एवं कर्तव्यपरायण होने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया । समिति की शिक्षक सदस्यों को सम्मानित किया गया और कहानी, उपन्यास, समालोचना एवं सम्पादन के विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए उत्कृष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए अलीगढ़ की डॉ०नमिता सिंह को ‘साहित्य साधिका सम्मान 2020’ प्रदान किया गया ।